Faridabad: फरीदाबाद जिले में खुला पहला सामुदायिक केंद्र, जहां इलाज के लिए नहीं लगेगी लाइन

Faridabad New Community Center: फरीदाबाद में खेड़ीकला सीएचसी में अब मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा भी मिलेगी। इसके अलावा मरीजों का टोकन से नंबर लगेगा, मरीजों को लंबी लाइन में लगने से छुटकारा मिलेगा।

Faridabad New Community Center
फरीदाबाद में खुला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ( प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • खेड़ीकला सीएचसी में मिलेगी वेंटिलेटर की सुविधा
  • इलाज के लिए नहीं लगेगी लाइन, टोकन से लगेगा नंबर
  • एक्सरे मशीन की मिली सौगात, रेफर दर में आएगी कमी

New Community Center In Faridabad: फरीदाबाद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खेड़ीकला में जाने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। अब यहां आने वाले मरीजों को इलाज के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। जिले में यह ऐसा पहला सामुदायिक केंद्र बन गया है, जहां गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर की सुविधा शुरू की गई है। स्वास्थ्य केंद्र में दो वेंटिलेटर, चार बाइपेप मशीन, एक्स-रे मशीन व क्यूलेस टोकन सिस्टम की सौगात दी गई।

यह सुविधा एस्कॉर्टस लिमिटेड, सुधारस्तोगी डेंटल कॉलेज, लिंग्याज कॉलेज, एबीबी कंपनी, स्टरलिंग टूल्स, सांई धाम सोसाइटी के सहयोग से मिल सकी है। क्यूलेस मशीन से मरीजों को पंजीकरण केंद्र पर लंबी लाइन में इंतजार से मुक्ति मिलेगी। अब बगैर लाइन लगाए ही मरीज टोकन नंबर के अनुसार अपना इलाज करा सकेंगे। 

दो आईसीयू कम वेंटिलेटर और चार बाइपेप मशीन की सुविधा

साथ ही एक्सरे मशीन की सौगात से रेफर दर में कमी आएगी। इसी तरह दो आईसीयू कम वेंटिलेटर और चार बाइपेप मशीन की सुविधा आमजन के लिए शुरू की गई है। इससे वेंटिलेटर पर उपचाराधीन मरीज को फोर्सड इनहेलेशन (मशीन की मदद से सांस लेना) में मदद मिलेगी। सीएचसी प्रभारी के अनुसार मरीजों की सुविधा के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। आगे भी सीएचसी की बेहतरी के लिए प्रयास जारी रहेंगे। 

अस्पताल से जुड़ी हैं जिले की पांच ईएसआई डिस्पेंसरी

वहीं, जिले के ईएसआई अस्पताल के भी अच्छे दिन आने वाले हैं। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को 32 करोड़ रुपये का फंड जारी कर दिया है। पांचवीं बार जारी हुए इस फंड से जल्द विशेष मरम्मत काम शुरू होगा। विभाग ने भी अस्पताल का सर्वे कर लिया है। आपको बता दें कि 50 बेड वाले ईएसआई अस्पताल का 45 वर्ष पहले निर्माण हुआ था। इस अस्पताल से जिले की पांच ईएसआई डिस्पेंसरी जुड़ी हैं। इन डिस्पेंसरियों से मरीज रेफर किए जाते हैं, जो यहीं इलाज के लिए आते हैं, लेकिन यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। इसमें सुविधाएं बढ़ाने के लिए पांच साल में पांच बार बजट पास हुआ है। इसका काम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) कराएगा।

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