Faridabad News: जेवर एयरपोर्ट पर जाने वाले रास्ते के लिए जिन लोगों की जमीन प्रशासन द्वारा अधिग्रहित की गई थी, उनके लिए राहत भरी खबर है। ऐसे लोगों की जमीन अधिग्रहण से जुड़े दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण 24 जून तक किया जाएगा। लोगों की आपत्तियों की सुनवाई के बाद इसे प्रशासन द्वारा फाइनल कर दिया जाएगा। यह जानकारी देते हुए जिला राजस्व अधिकारी बिजेंद्र राणा ने कहा कि 24 जून के बाद जमीन को लेकर किसी भी दावे व आपत्ति पर सुनवाई नहीं की जाएगी।
बता दें कि जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने नए एक्सप्रेस वे की अधिसूचना जारी की है। यह एक्सप्रेस-वे बल्लभगढ़ के साहूपूरा गांव के पास सेक्टर-65 से शुरू होगा और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से जाकर मिलेगा। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा एक दर्जन से अधिक गांवों की सैकड़ों एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। जिन जमीनों का अधिग्रहण हो रहा है उसके मालिकों को अपने दावे व आपत्ति दर्ज कराने का एक मौका दिया गया है।
जिला राजस्व अधिकारी बिजेंद्र राणा ने बताया कि एक्सप्रेस वे के लिए जमीन का आकलन कर लिया गया है। जिन जमीनों को अधिग्रहित किया जा रहा है, उनके मालिकों को इसके बारे में नोटिस जारी कर सूचना भी दे दी गई है। अब लोगों के दावे और आपत्तियां दर्ज कराने की इसकी प्रक्रिया 22 से 24 जून तक चलेगी। इस दौरान लोगों के दावे और आपत्तियों को सुनकर उसका निस्तारण किया जाएगा। जिन लोगों को इस अधिग्रहण से कोई परेशानी है वे जिला राजस्व विभाग में आकर उसका निस्तारण करा सकते हैं। इसके बाद कोई सुनवाई नहीं होगी।
एनएचएआई नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 30 किलोमीटर का एक ग्रीन एक्सप्रेसवे बनाने जा रहा है। इसका 8.5 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ रहा है, वहीं बाकि का हिस्सा फरीदाबाद से होकर गुजर रहा है। इसके लिए 486 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं।