Faridabad News: बैंक अधिकारी बन देशभर में साइबर ठगी करने वाला गिरोह पकड़ा, हुए बड़े खुलासे

Faridabad News: बैंक का अधिकारी और कर्मी बनकर देशभर में सैकड़ों लोगों के साथ ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी खास तरह के एप का इस्तेमाल कर करते थे कॉल स्पूफिंग करते और कॉल रिसीव करने वालों को लगता कि यह कॉल बैंक की तरफ से ही आया है और लोग अपने क्रेडिट की पूरी जानकारी दे देते।

Cyber fraud
बैंक अधिकारी बन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • ठगी के लिए स्पूफिंग की मदद से करते बैंक का टोल फ्री कस्टमर केयर नंबर
  • आरोपियों ने 50 से ज्‍यादा ठगी की बात स्‍वीकारी, पुलिस का अनुमान सैकड़ों ठगी का
  • क्रेडिट कार्ड का लिमिट बढ़ाने का लालच देकर हासिल कर लेते कार्ड की जानकारी

Faridabad News: बैंक का अधिकारी और कर्मी बनकर देशभर में सैकड़ों लोगों के साथ ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना एनआईटी की टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए इन ठगों ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में 50 से ज्‍यादा ठगी की जानकारी पुलिस के साथ साझां की है। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने अब तक सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है। गिरफ्तार आरोपित काल स्पूफिंग से एक बैंक का टोल फ्री कस्टमर केयर नंबर बनाकर लोगों को कॉल करते थे। जिससे लोग इन ठगों के झांसे में आ जाते और नंबर देखकर विश्वास कर लेते कि कॉल बैंक की तरफ से आई है।

साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों की पहचान दिल्ली के उत्तम नगर निवासी कामिल, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर निवासी मोहम्मद अनीस और उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी रहबर अली के रूप में की है। वहीं इस गिरोह का सरगना और चौथा साथी अभी फरार चल रहा है। पुलिस ने आरोपितों के पास से तीन मोबाइल, चार सिम और 64 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। वहीं आरोपितों के एक बैंक खाते की जांच में 25 लाख रुपये ठगी का पता चला है। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर इनके अन्‍य बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है।

खास तरह के एप का इस्तेमाल कर करते थे कॉल स्पूफिंग

साइबर थाना प्रभारी बसंत कुमार ने आरोपियों से हुई पूछताछ की जानकारी साझां करते हुए बताया कि, आरोपित कॉल करने के लिए एक खास तरह के एप का इस्तेमाल करते थे। इस एप की मदद से कॉल रिसीव करने वाले के पास मनमर्जी का नंबर डिसप्ले किया जा सकता है। इसे टेक्निकल भाष में कॉल स्पूफिंग कहा जाता है। इसकी मदद से आरोपित कॉल रिसीव करने वाले के पास बैंक का टोल फ्री कस्टमर केयर नंबर डिसप्ले करते थे। इसके बाद आरोपी खुद को बैंककर्मी या अधिकारी बताकर ऑफर में क्रेडिट कार्ड का लिमिट बढ़ाने का लालच देकर कार्ड की पूरी जानकारी हासिल कर लेते। इसके बाद उससे शॉपिंग या गिफ्ट वाउचर खरीदते थे। इन ठगों ने इसी तरह की ठगी जिले के गांव कौराली निवासी सुनील कुमार से करते हुए क्रेडिट कार्ड से 1.25 लाख रुपये उड़ा लिए थे।

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