Faridabad News: फर्जी दस्तावेज के सहारे बैंकों से करते थे ठगी, लगाई 50 लाख की चपत, अब चढ़े पुलिस के हत्‍थे

Faridabad News: फरीदाबाद में फर्जी कागजात के सहारे बैंक को चपत लगाने वाले तीन आरोपियों को फरीदाबाद आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी कागजात के सहारे इंडियन बैंक से 50 लाख रुपये का लोन लिया था। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने और अन्य फर्जीवाड़ों की भी बात कबूली है।

Faridabad crime
बैंक धोखाधड़ी के आरोपी गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • आरोपियों ने फर्जी कागजात तैयार कर ले लिया 50 लाख का लोन
  • आरोपी ठगी के लिए बैंकों को बनाते थे अपना निशाना
  • इंडियन बैंक के साथ वर्ष 2017 में हुआ था यह फर्जीवाड़ा

Faridabad News: बैंकों को फर्जी दस्तावेज के सहारे चपत लगाने वाले तीन आरोपी को फरीदाबाद आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी कागजाम के सहारे बैंकों से लोन लेकर फरार हो जाते थे। सेक्टर-23 स्थित इंडियन बैंक ने आरोपियों पर फर्जीवाड़ा कर 50 लाख रुपये का लोन लेने का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी शिव, गांव अहमदपुर निवासी, नंगला एन्क्लेव निवासी राकेश और जवाहर कालोनी निवासी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस में दर्ज मुकदमे के अनुसार, इंडियन बैंक के मैनेजर ने पुलिस को बताया कि, आरोपित शिव ने वर्ष 2017 में लोन के लिए अप्‍लाई किया था। इसके लिए उसने बैंक के पास कई कागजात जमा कराए थे।

बैंक में जमा कराए फर्जी दस्तावेज

आरोपी ने अपने फर्जी कागजात के माध्‍यम से बैंक को बताया था कि, उसने एसजीएम नगर में 250 गज का प्लाट कमलजीत कौर से खरीदा है।इसकी सेल डीड आरोपितों ने बैंक में जमा करा दी। दस्तावेज जमा होने के बाद बैंक ने 50 लाख का डिमांड ड्राफ्ट कमलजीत कौर के नाम पर काट दिया। मुकदमे में बताया गया है कि, आरोपितों ने कमलजीत कौर नाम से एक फर्जी खाता खुलवाया था। लोन की राशि आरोपितों ने उस बैंक खाते में ले ली। लोन मिलने के बाद आरोपितों ने कुछ महीनें तक तो किस्त भरी, मगर उसके बाद बंद कर दी। जिसके बाद बैंक ने जब दिसंबर 2020 में जांच की तो पता चला कि, यह प्लाट कमलजीत कौर ने साल 2018 में रश्मि रानी को बेचा था। अपनी जांच पूरी करने के बाद बैंक ने जनवरी 2022 में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।

आरोपी पहले भी कर चुके है इस तरह का फर्जीवाड़ा

फरीदाबाद आर्थिक अपराध शाखा ने बताया कि, शिकायत मिलने के बाद कमलजीत कौर से पूछताछ की गई तो पता चला कि, उन्‍होंने 2017 में यह प्लाट किसी को नहीं बेचा था। आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक में जमा कराए थे। जांच के बाद आर्थिक अपराध शाखा ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ में पता चला कि, बैंक में लोन के लिए शिव कुमार ने आवेदन किया था। वहीं राकेश और कुलदीप फर्जी दस्तावेज बनाने में शामिल थे। तीनों आरोपी इससे पहले भी कई फर्जीवाड़ा कर चुके हैं। आरोपियों से मिली जानकारी पर अब अन्‍य शिकायतों की भी जांच की जा रही है।

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