Rapid Rail: रैपिड रेल को मिली ओवर हेड इलेक्ट्रिक वायर से बिजली, रेल के पार्ट्स को चार्ज करने का काम शुरू

Delhi Meerut Rapid Rail News: शनिवार को इस प्रोजेक्ट को लेकर एक और अच्छी खबर सामने आई है। रैपिड रेल के दुहाई डिपो पर बिजली की आपूर्ति हो चुकी है, जिसके बाद इस परियोजना को पूरा करने और मदद मिलेगी। रैपिड ट्रेन 25000 वोल्ट के करंट के साथ 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी।

Delhi Meerut Rapid Rail News
रैपिड रेल को मिली बिजली, निर्माण कार्य हुआ तेज (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • रैपिड रेल के दुहाई डिपो पर हुई बिजली आपूर्ति
  • रैपिड ट्रेन 25000 वोल्ट के करंट के साथ 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी
  • रैपिड रेल के पार्ट्स को चार्ज करने का काम भी शुरू

Delhi Meerut Rapid Rail News: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर रैपिड रेल को लेकर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। शनिवार को इस प्रोजेक्ट को लेकर एक और अच्छी खबर सामने आई है। रैपिड रेल के दुहाई डिपो पर बिजली आपूर्ति मिल चुकी है, जिसके बाद इस परियोजना को पूरा करने और मदद मिलेगी। बिजली आपूर्ति के साथ ही रैपिड रेल के पार्ट्स को चार्ज करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। दुहाई डिपो को यह बिजली आपूर्ति ओवर हेड इलेक्ट्रिक वायर के जरिए दी गई है। 

इस बात की जानकारी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने दी है। सीपीआरओ पुनीत वत्स के अनुसार, रैपिड ट्रेन 25000 वोल्ट के करंट के साथ 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी। उन्होंने बताया है कि, इससे दीपावली तक रैपिड ट्रेन के ट्रायल रन के शुरू होने की संभावना और ज्यादा बढ़ गई है। 

रैपिड ट्रेन का पूरा रास्ता 82 किलोमीटर का

पुनीत वत्स के मुताबिक, अगले साल मार्च तक रैपिड ट्रेन के पहले खंड को आम लोगों के लिए शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। यह खंड दुहाई डिपो से दिल्ली के बीच रहेगा। रैपिड ट्रेन का पूरा रास्ता करीब 82 किलोमीटर का है। इसके लिए सबसे पहले ओवर हेड इक्यूपमेंट के ऊर्जीकरण का काम पूरा हो चुका है। बिजली आपूर्ति के तुरंत बाद दुहाई डिपो के ओएचई सेक्शन को 25000 वोल्ट से चार्ज किया गया। फिर ट्रेन के ट्रैक पर खड़े सभी पार्ट्स को चार्ज करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

बिजली से बचने के लिए गांव के लोगों को किया जागरूक 

दुहाई डिपो में सब स्टेशन बनाए गए हैं। वहीं बिजली से बचने के लिए आरआरटीएस की तरफ से आसपास मौजूद गांव के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों को बिजली की लाइन से दूर रहने की सलाह दी गई है। वहीं हर बिजली लाइन के पास सूचना बोर्ड लगाए गए हैं। आपको बता दें कि, इस साल जून में रैपिड रेल का पहला ट्रेन सेट गुजरात के सावली स्थित मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट से दुहाई डिपो पर मंगवाया गया है और इसके बाद से इस पर कमीशनिंग टेस्टिंग जारी है।

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