GDA Master Plan 2030: गाजियाबाद में अब विकास को पंख लगने जा रहे हैं। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के नए मास्टर प्लान 2030 पर मुहर लग गई है। यह मुहर जीडीए बोर्ड की वार्षिक बैठक में लगी। अब डासना, मोदीनगर, मुरादनगर व लोनी के क्षेत्रों में विकास रफ्तार पकड़ेगा। यहां पर जीडीए 55 हजार हेक्टेयर कृषि जमीन पर आवासीय, औद्योगिक, व्यावसायिक भवन बनाने जा रहा है।
इससे पहले बोर्ड की तरफ से मास्टर प्लान 2030 पर आपत्ति एवं सुझाव मांगे जाएंगे, जिनके निस्तारण के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड की इस बैठक में 19 प्रस्ताव रखे गए, जिसमें से 12 पास कर दिए गए और बाकि को निरस्त कर दोबारा परीक्षण करने को कहा गया। बैठक में जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश, डीएम राकेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस बैठक में विकास से संबंधित कई अन्य प्रस्ताव भी पास किए गए। इसमें चार रूट पर रोपवे बनाने का प्रोजेक्ट भी है। ये रोपवे नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन, वैशाली मेट्रो स्टेशन से मोहननगर, वैशाली मेट्रो से नोएडा सेक्टर-62 मेट्रो और मेरठ रोड से हिंडन रिवर मेट्रो स्टेशन तक बनाए जाएंगे। इसका निर्माण नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड करेगा।
जीडीए महायोजना मार्ग को 60 मीटर चौड़ा करेगा साथ ही इसका सुंदरीकरण भी किया जाएगा। यह कार्य भोजपुर गांव से अपर गंगा कैनाल जंक्शन, हापुड़ तक किया जाएगा। इसके अलावा मोदीनगर में सिखेड़ा रोड से कपड़ा मिल तक आरसीसी नाले का निर्माण भी किया जाएगा। दोनों कार्य शासन की अनुमति के बाद अवस्थापना निधि से कराने पर सहमति बनी।
जीडीए बोर्ड की बैठक में सालाना बजट भी पास किया गया। इस वित्तीय वर्ष जीडीए ने 1127 करोड़ की आय अर्जित करने और 1030 करोड़ व्यय करने का लक्ष्य रखा है। इस वित्तीय वर्ष में जीडीए संपत्तियां बेचकर, कंपाउंडिंग व अन्य माध्यमों से 1127 करोड़ आय करेगा। वहीं शहर के विकास के लिए विभिन्न मदों में जीडीए 1030 करोड़ रुपये खर्च करेगा।