Ghaziabad Crime News: फर्जी इंश्योरेंस कंपनी बनाकर डॉक्टरों के साथ की 10 लाख की धोखाधड़ी, दो के खिलाफ मामला दर्ज

Ghaziabad Crime News: पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ फर्जी इंश्योरेंस कंपनी चलाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोप है कि यह दोनों नकली बिल बनाकर डॉक्टरों के साथ धोखाधड़ी करते थे। अब तक इस फर्जी कंपनी के जरिए 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं।

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फर्जी इंश्योरेंस कंपनी से डॉक्टरों के ठगने वालों के खिलाफ मामला दर्ज  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • फर्जी इंश्योरेंस कंपनी चलाने दो लोगों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज
  • फर्जी इंश्योरेंस कंपनी के जरिए डॉक्टरों को बनाते थे अपना शिकार
  • फर्जी कंपनी के जरिए 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी

Ghaziabad Crime News: फर्जी इंश्योरेंस कंपनी के जरिए डॉक्टरों को अपना शिकार बनाने वाले दो लोगों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। घटना गाजियाबाद वसुंधरा के सेक्टर-17 की है। आरोपियों की पहचान बिनोय शंकर और संजय कुमार के तौर पर हुई है। आरोप है कि यह दोनों एक फर्जी इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी बन डॉक्टरों के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं, जिसके चलते बिनोय शंकर और संजय कुमार के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में मामला दर्ज किया गया है। 

पुलिस ने बताया है कि दोनों आरोपी जिस कंपनी में काम करते थे उसकी के नाम से उन्होंने अपनी फर्जी कंपनी खोली हुई थी। इस फर्जी कंपनी ने लग कई डॉक्टरों को चूना लगा चुके हैं। पुलिस ने बताया है कि आरोपी बिनोय शंकर और संजय कुमार अब तक इस फर्जी कंपनी के जरिए 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं।

फर्जी बिल की रसीद से की धोखाधड़ी

मामले पर ओरिजनल कंपनी के निदेशक सुदेश कुमार ने बताया है कि उनकी कंपनी दिल्ली गाजीपुर में उनकी विधिक कार्यों का संपादन और इंश्योरेंस करने का काम करती है। इस कंपनी ने बिनोय शंकर और संजय कुमार अहम पद पर काम करते थे। सुदेश कुमार का आरोप है कि इन दोनों ने धोखाधड़ी करके उसकी कंपनी के कई क्लाइंट (डॉक्टर) को फर्जी बिल की रसीद देकर अलग-अलग तरह से रुपये वसूले हैं। बिनोय शंकर और संजय कुमार का भांडा उस वक्त फूटा जब कई डॉक्टरों ने दस्तावेजों पर शक के आधार पर सुदेश कुमार से संपर्क किया।

पकड़े जाने पर जान से मारने की धमकी देने लगे

पुलिस के मुताबिक कई डॉक्टरों ने सुदेश से संपर्क कर दस्तावेज पर शक जताया। इसके बाद कंपनी के पदाधिकारियों की गोपनीय जांच की जिसमें शंकर और संजय कुमार का भांडा फूटा। पदाधिकारियों को पता चला कि बिनोय ने अपनी फर्जी कंपनी में खुद को निदेशक बनाया हुआ है। वहीं पदाधिकारियों ने इस बारे में बिनोय शंकर और संजय कुमार से पूछताछ की तो वह दोनों उल्टा बदसलूकी करने लगे और जान से मारने की धमकी देने लगे। दूसरे ओर आरोपी संजय ने भी फोन पर झड़ा किया। मामले पर इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर का बताया है कि कंपनी से जुड़े दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया गया और दोनों कर्मचारियों की जांच कर रहे हैं। 

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