Ghaziabad Crime News: पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर चोरों का गिरोह, बंद मकान और फैक्ट्रियों में करता था लूटपाट

Ghaziabad Crime News: पुलिस ने चोरों के गिरोह को गिरफ्तार किया है। लॉकडाउन से लेकर अब तक यह गिरोह 100 से ज्यादा चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। इस गिरोह के अभी भी दो चोर फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है।

 Ghaziabad Crime News
बंद पड़े मकान और फैक्ट्रियों में चोरी करने वाला गिरोह गिरफ्तार  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • पुलिस ने चोरों के गिरोह को किया गिरफ्तार
  • 100 से ज्यादा चोरी की घटनाओं को दे चुका है अंजाम
  • एक कबाड़ी सहित पांच चोर को किया गया गिरफ्तार

Ghaziabad Crime News: क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने चोरों के गिरोह को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बंद पड़े मकान और फैक्ट्रियों में चोरी की घटना को अंजाम देता था। लॉकडाउन से लेकर अब तक यह शातिर गिरोह 100 से ज्यादा चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। अब पुलिस ने चोरों के इस गिरोह को उस वक्त गिरफ्तार किया जब यह चोरी का सामान टेंपो में भर कर जा रहे था। 

इस दौरान पुलिस ने एक कबाड़ी सहित पांच चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के पास से एक टेंपो, नौ कूलिंग कंडेंसर क्वायल और सात हजार नकद बरामद हुए है। पुलिस ने बताया है कि, इस गिरोह के अभी भी दो चोर फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। 

दो आरोपी फरार

आरोपियों की पहचान इंदिरापुरम वसुंधरा सेक्टर-2 सी में रहने वाले ईदी उर्फ रवीउल, विजय नगर के केला देहात निवासी राजू शर्मा, सिकंदराबाद के गेसुपुर के रहने वाले दानिश, बुलंदशहर के जहांगीराबाद जलीलपुर के रहने वाले सरफराज और बदायूं के बिनावर निजामपुर निवासी मनिया के तौर पर हुई है। क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने बताया कि, सरफराज और दानिश हाल ही में गाजियाबाद में न्यू हिंडन विहार में रह रहे थे। वहीं आरोपी मनिया कौशांबी में शुक्र बाजार कबाड़ी मार्केट के पीछे रह रहा था। 

ऐसे देते थे घटना को अंजाम

वहीं इनके फरार साथी शमशाद हापुड़ और बबलू कौशांबी के शुक्र बाजार का रहने वाला है। अब्दुल रहमान सिद्दीकी के अनुसार चोरों के इस गिरोह का सरगना बबलू है, जिसकी पुलिस काफी तलाश कर रही है। बीते बुधवार रात को इन चोरों ने लिंक रोड क्षेत्र की एक कंपनी में चोरी की थी। पूछताछ में चोरों ने बताया है कि वह बंद पड़े मकान और फैक्टरी में चोरी करते थे। चोरी का सामान इकट्ठा करने के बाद वह सबी राजू को बताते थे, जो टेंपो लेकर मौके पर पहुंचा था। इसके बाद गिरोह सारा सामान टेंपो में भरकर फरार हो जाता था। 

अगली खबर