Ghaziabad News: गाजियाबाद शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए दो साल पहले लगाए गए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की फाइल पर फिर से कार्य शुरू हो गया। इस योजना को शासन की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद स्मार्ट सिटी के सीईओ एवं नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने डीपीआर बनाकर शासन को भेज दिया है। अब इस योजना पर सिर्फ स्टेट लेवल टेक्निकल कमेटी की मुहर लगनी रह गई है। वहां से सहमति मिलने के बाद योजना की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आईटीएमएस योजना के तहत 42 करोड़ रुपये खर्च कर शहर के 152 तिराहे व चौराहों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। इसके पहले चरण में 55 प्वाइंट पर ये कैमरे लगेंगे। इनकी मदद से वाहनों के ओवर स्पीड, गलत दिशा व रेड लाइट जंप करने वाले वाहनों का चालान ऑटोमैटिक कट जाएगा।
बता दें कि इस आईटीएमएस प्रोजेक्ट पर दो साल पहले कार्य शुरू हुआ था। लेकिन शासन की तरफ से बजट नहीं मिलने के कारण यह प्रोजेक्ट बंद डिब्बे में चला गया। दो साल के लंबे इंतजार के बाद अब प्रदेश सरकार के निर्देश पर नगर निगम ने फिर से इस प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू किया और संशोधित डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा है। अधिकारियों ने बताया कि शासन स्तर से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि टेंडर प्रकिया के बाद इस साल के अंत से इस प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू हो जाए।
योजना के तहत चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल और पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम) कैमरे लगाए जाएंगे। ये व्हीकल डिटेक्शन तकनीक से लैस होंगे। इसके अलावा शहर के 15 प्रमुख चौराहों पर रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन और नंबर प्लेट रिकाग्निशन कैमरे लगेंगे।
अभी ट्रैफिक को कंट्रोल करने व नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने के लिए शहर के विभिन्न चौराहों और तिराहों पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। क्योंकि चौराहों पर यातायात सिग्नल तोड़ने वाले वाहनों के चालान के लिए अभी कैमरे नहीं लगे हैं। ऐसे में वाहन चालक ट्रैफिक सिग्नल तोड़कर भागने लगते हैं। इससे दूसरे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन कैमरों के लग जाने से यह समस्या खत्म हो जाएगी, लोगों के घरों व मोबाइल पर सीधे ई-चालान पहुंचेगा। शहर के जिन प्रमुख चौराहों पर ये कैमरे लगेंगे उनमें हापुड़ रोड स्थित कलक्ट्रेट कट, चौधरी मोड़, बुलंदशहर रोड चौराहा, मुकुंद नगर चौराहा और राजनगर एक्सटेंशन शामिल है।