Ghaziabad Police: जंगल में चल रही थी तमंचा फैक्ट्री, पुलिस ने मारा छापा तो अवैध हथियार देख रह गई दंग

Ghaziabad Police: पुलिस को अवैध तमंचा फैक्‍ट्री के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने निवाड़ी के जंगलों के बीच बने एक मकान में चल ही तमंचा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। यहां से पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 9 पूरी तरह तैयार तमंचे, 20 अधबने तमंचे, कारतूस, हथौड़ा, रेती, कटर समेत हथियार बनाने में उपयोग होने वाले अन्य सामान बरामद किए हैं।

Ghaziabad Police
अवैध तमंचे के साथ पकड़े गए आरोपी   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • पुलिस ने निवाड़ी के जंगलों में पकड़ी तमंचा फैक्‍ट्री
  • फैक्‍ट्री से 9 तमंचे और 20 अधबने तमंचे बरामद
  • यहां से मेरठ, हापुड़, बागपत होता था तमंचा सप्‍लाई

Ghaziabad Police: गाजियाबाद पुलिस को अवैध तमंचा फैक्‍ट्री के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। जिले की निवाड़ी थाना पुलिस व देहात एसओजी ने गुप्‍त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए निवाड़ी के जंगलों के बीच बने एक मकान में चल रही तमंचा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। छापामारी के दौरान पुलिस ने यहां से तीन आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 9 पूरी तरह तैयार तमंचे, 20 अधबने तमंचे, कारतूस, हथौड़ा, रेती, कटर समेत हथियार बनाने में उपयोग होने वाले अन्य सामान बरामद किए हैं।

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपित लोगों को ऑन डिमांड तमंचों की सप्लाई करते थे। अपने काम को बढ़ाने के लिए हाल ही में आरोपितों ने यहां तमंचा फैक्ट्री शुरू की थी। एसपी देहात डॉ. इरज राजा ने बताया कि इस फैक्‍ट्री से गिरफ्तार किए गए आरोपित थाना साहिबाबाद के अर्थला निवासी अनस, मेरठ के गांव महलका निवासी अर्सलान और अलीगढ़ के नंदलोई निवासी लवी कुमार है। इनका एक साथी गुलफाम अभी फरार है। ये आरोपी उसी के माध्यम से तमंचे की सप्लाई कराते थे। दर्जनभर से अधिक लोगों को आरोपित तमंचे की सप्लाई कर चुके थे।

पुलिस ऐसे पहुंची तमंचा फैक्‍ट्री तक

एसपी देहात डॉ. इरज राजा ने पुलिस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि, कुछ दिन पहले एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया था, जब उसके मोबाइल की जांच की गई तो उसमें अवैध तमंचे के साथ उसके कुछ फोटो मिले। इसके बाद पुलिस ने आरोपित से तमंचे के बारे में सख्‍ती से पूछा तो उसने बताया कि निवाड़ी के जंगल में तमंचे की एक फैक्ट्री चल रही है। वहीं से उसने यह तमंचा खरीदा था। इसके बाद पुलिस ने इलाके की जांच शुरू कर दी।

दूर-दूर तक है आरोपियों को नेटवर्क

पुलिस ने बताया कि मुखबिर से पुख्‍ता सूचना मिली थी कि आरोपित फैक्ट्री में तमंचे बना रहे हैं। जिसके बाद एसओजी व स्थानीय पुलिस ने संयुक्‍त रूप से कार्रवाई करते हुए आरोपितों को दबोच लिया। पुलिस के अनुसार इन आरोपितों का नेटवर्क केवल गाजियाबाद ही नहीं, बल्कि मेरठ, बागपत, हापुड़ तक फैला हुआ है। ये डिमांड के अनुसार तमंचा बनाकर सप्‍लाई करते थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपितों ने तमंचे की कीमत तीन हजार से लेकर छह हजार के बीच रखी थी।

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