Gurugram City Bus: साइबर सिटी के गांवों में सफर करने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। शहर के कई रूटों पर जल्द ही 25 बसें उतरने वाली हैं। ये वो बसें हैं, जो पिछले तीन साल से रोडवेज विभाग के डिपो में खड़ी होकर कंडम हो रही थी। दरअसल, ये एसी बसें हैं, जिन्हें अब नॉन एसी बनाकर चलाया जाएगा। परीक्षण के तौर पर हरियाणा रोडवेज इंजीनियरिंग निगम में एक बस को नॉन एसी बनाकर तैयार भी कर दिया है।
विभाग पिछले 10 दिनों से इसका लगातार ट्रायल कर रहा है, जो अब तक सफल रहा है। ऐसे में अब अगले दो माह में इन सभी 25 बसों को नॉन एसी करवाकर रूट पर दौड़ाया जाएगा। इससे शहर के अंदर लोकल रूटों पर चलने वाले हजारों यात्रियों को फायदा मिल सकेगा। इन बसों को चलाने के लिए विभाग के अधिकारी इस समय रूटों का चयन करने में जुटे हैं।
रोडवेज विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वर्ष 2013 में 40 करोड़ की लागत से गुरुग्राम डिपो के लिए 50 बसें खरीदी गई थी। इन्हें वर्ष 2018 तक विभिन्न रूटों पर चलाया गया, लेकिन इसी वर्ष गुरुगमन की सिटी बस आने-जाने के बाद इन्हें बंद कर डिपो में खड़ी कर दी गई। यहां पर खड़े-खड़े ही 50 में से 25 बसों की हालत जर्जर हो गई, वहीं बाकि बची 25 बसों को अब एक बार फिर से सड़क पर उतारा जा रहा है। रोडवेज इंजीनियरिंग निगम द्वारा अब इन बसों को एसी से नॉन एसी बनाया जा रहा है। इनकी खिड़कियों को खोला जा रहा साथ ही इंजन से एसी को सिस्टम को हटा दिया है। ये बसें जब रूट पर उतरेंगी तो इसमें सफर करने वाले यात्रियों से साधारण किराया ही लिया जाएगा। पहले एसी होने के वजह से डबल किराया देना पड़ता था।
रोडवेज विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन बसों को शहर के लोकल रूटों पर चलाया जाना है। जिन गांव में अभी सुबह-शाम कम बसें चलती है उन रूटों पर इन बसों को चलाया जाएगा। अभी तक कुछ रूट का सर्वे हो गया है, वहीं कुछ का किया जा रहा है। इसमें से मुख्य रूप से सोहना, पटौदी, दिल्ली, बहादुरगढ़, मानेसर आदि रूटों पर चलाए जाने की योजना है। इन रूटों पर यह बसें चलाने से हजारों लोगों को इसका फायदा मिलेगा।