Gurugram News: साइबर सिटी गुरुग्राम में नियमों को ताक पर रखकर चलने वाले स्कूली वाहन अब मासूमों की जान संकट में नहीं डाल सकेंगे। इन वाहनों की सुरक्षा जांच के लिए जिला प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। जिला उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ बैठक कर एक कमेटी का गठन किया है, जो सभी स्कूली वाहनों में सुरक्षा मानकों की जांच करेगा। इसको लेकर आरटीए विभाग ने सोहना, पटौदी और बादशाहपुर के एसडीएम को भी जांच के लिए पत्र जारी कर दिया है।
जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई इस कमेटी में गुरुग्राम, पटौदी, सोहना व बादशाहपुर के एसडीएम के प्रतिनिधि के अलावा जिला परिवहन अधिकारी, एसीपी यातायात, जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि को शामिल किया गया है। यह कमेटी अब स्कूल टाइमिंग में शहर की सड़कों पर नियमों को ताक पर रखकर चलने वाले स्कूली वाहनों की जांच कर उन पर सख्त कार्रवाई करेगी।
वाहन के नीचे आने से हो चुकी बच्चे की मौत
बता दें कि इसी सप्ताह गांव शिकोहरपुर के एक निजी स्कूल की बस से उतरते समय चार साल के एक बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चे के बस से उतरने के दौरान चालक ने वाहन को आगे बढ़ा दिया, जिससे बच्चा पहिए के नीचे आ गया। पुलिस जांच में पता चला कि उस बस के अंदर कोई सहायक नहीं था, जिस वजह से यह हादसा हुआ। वहीं बुधवार को गाजियाबाद में भी स्कूल बस से सफर कर रहे एक बच्चे की हादसे में मौत हो गई। इन हादसों के बाद से प्रशासन स्कूल बसों की सुरक्षा पुख्ता करना में जुटा है।
28 अप्रैल तक होगी सभी बसों की जांच
जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई यह कमेटी 28 अप्रैल तक सभी स्कूलों की बसों की जांच करेगी। इस दौरान कमेटी बसों के चालक व परिचालकों के नाम व नंबर, पुलिस वेरिफिकेशन, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों का पंजीकरण, चालक का ड्राइविंग अनुभव, फर्स्ट एड किट, सीसीटीवी कैमरा व जीपीएस लोकेशन आदि की जांच करेगी। जांच पूरी होने के बाद पूरी रिपोर्ट जिला उपायुक्त को सौंपी जाएगी। जिस भी स्कूल की बस में खामी पाई जाएगी, उस पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।