Gurugram News: बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर, बिजली कनेक्‍शन जुड़ेंगे परिवार पहचान पत्र के साथ

Gurugram News: बिजली निगम उपभोक्ताओं को राज्‍य सरकार की योजनाओं की जानकारी देने और फायदा पहुंचाने के लिए अब बिजली मीटर को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा रहा है। इसके लिए निगम के सभी दफ्तरों में हेल्‍प डेस्‍क भी बनाया गया है। वहीं मीटर रीडर घर-घर जाकर उपभोक्ताओं को जोड़ने का काम करेंगे।

power meter
घर के सामने लगा एक बिजली मीटर   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • उपभोक्ताओं के परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़े जाएंगे बिजली मीटर
  • उपभोक्‍ताओं को बिजली बिल में मिलने वाली छूट में होगा फायदा
  • निगम को भी मिलेगी बिजली खपत और चोरी की सटीक जानकारी

Gurugram News: गुरुग्राम के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। उपभोक्ताओं को राज्‍य सरकार की योजनाओं की जानकारी देने और फायदा पहुंचाने के लिए अब बिजली मीटर को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा जाएगा। इस संबंध में बिजली निगम की तरफ से कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इसके लिए निगम के सभी दफ्तरों में हेल्‍प डेस्‍क भी बनाया गया है। वहीं मीटर रीडर घर-घर जाकर उपभोक्ताओं को जोड़ने का काम करेंगे।

इसके अलावा अगर उपभोक्‍ता चाहे तो वह बिजली का बिल भरते समय भी अपने मीटर से पीपीपी को लिंक कर सकता है। इसके बाद बिजली कनेक्शन को पोर्टल से जोड़ दिया जाएगा। सभी उपभोक्ताओं को इस से कनेक्ट होने के बाद जहां बिजली निगम को लोड की पूरी जानकारी आसानी से मिल पाएगी। वहीं उपभोक्‍ताओं को भी सरकार द्वारा विभिन्‍न योजनाओं के तहत बिजली बिल में मिलने वाली छूट का फायदा मिल सकेगा।

मीटर रीडर को दिया गया प्रशिक्षण

इस पूरी योजना को सुचारू रूप से पूरा करने की पूरी जिम्‍मेदारी मीटर रीडर के कंधों पर है। इसलिए निगम द्वारा मीटर रीडर को प्रशिक्षण भी दिया गया है। कई सब स्‍टेशनों में निगम के कर्मचारियों ने कार्य शुरू भी कर दिया है। वे प्रत्येक बिजली कनेक्शन को आधार कार्ड व परिवार पहचान पत्र डाटा अपडेट करने में लगे हैं। वहीं निगम के दफ्तर में बिजली बिल जमा करने के लिए आने वाले उपभोक्‍ताओं को हेल्‍प डेस्‍क के जरिए मदद दी जा रही है।

मिलेगी बिजली खपत की सही जानकारी

इस समय हर इलाके में बिजली कटौती की समस्‍या बनी हुई है। इसका मुख्‍य कारण है बिजली खपत की सही जानकारी न होना। निगम अधिकारियों के अनुसार, बिजली निगम के पास खपत का पूरा डाटा न होने के कारण यह परेशानी होती है। निगम के पास अगर एक एक उपभोक्ता का डाटा होगा तो अपने आप ही बिजली खपत की पूरी जानकारी भी आ जाएगी। इसके अलावा इस योजना से बिजली चोरी रोकने में भी पूरी मदद मिलेगी।

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