Gurugram News: साइबर सिटी में अकाउंटेंट ने अपनी ही कंपनी को करोड़ों की चपत लगाई है। आरोपी अकाउंटेंड ने खातों में हेरफेर कर 2.59 करोड़ रुपये निकाल लिए और कंपनी को पता तक नहीं चल पाया। यह घोटाला करने के बाद अकाउंटेंट ने बगैर बताए जनवरी 2022 से कंपनी में आना भी छोड़ दिया। लेकिन इस पूरे घोटाले का पता अब चला है। कंपनी ने हाल ही में ऑडिट शुरू कराया था, जिसमें इस पूरे घोटाले का पता चला। जिसके बाद कंपनी प्रबंधन ने आरोपी अकाउंटेंड के खिलाफ बादशाहपुर थाना पुलिस में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
गुरुग्राम पुलिस को दी शिकायत में कंपनी के महाप्रबंधक अशोक गुप्ता ने बताया कि, उनकी कंपनी में साल 2007 में रोहतक निवासी सोनू सिंह बतौर असिस्टेंट अकाउंटेंट के पद पर ज्वाइन किया था। अशोक गुप्ता ने बताया कि, सोनू सिंह को कंपनी के अकाउंट के साथ-साथ बैंक ट्रांजेक्शन के भी अधिकार दिए गए थे। ज्वाइनिंग के बाद से ही सोनू लगातार कंपनी में बना हुआ था और पिछले वर्ष उसे प्रमोशन देकर अकाउंट एग्जीक्यूटिव बनाया गया था। शिकायत में बताया गया कि, 18 जनवरी से सोनू अचानक से गायब हो गया। उसके बाद उसने न तो कोई सूचना दी और न ही कंपनी के किसी अधिकारी का फोन उठा रहा था।
महाप्रबंधक अशोक गुप्ता ने पुलिस को बताया कि, सोनू के न आने से कंपनी ने दूसरा अकाउंट एग्जीक्यूटिव रख लिया था। नए एग्जीक्यूटिव ने कंपनी के खातों में कुछ गड़बड़ी पकड़ी, जिसके बाद हाल ही में कंपनी का ऑडिट शुरू किया गया। जिसमें पता चला कि सोनू ने कंपनी में करीब 2.59 करोड़ रुपये का गबन किया हुआ है। जांच के दौरान पाया गया कि सोनू ने इस बड़ी राशि को अगल-अलग दिनों में 58 ट्रांजेक्शन में अपने व परिजनों के खातों में ट्रांसफर कर दी। इसमें से 48 ट्रांजेक्शन एनईएफटी के द्वारा किया गया। इस गबन की जानकारी मिलने के बाद कंपनी की तरफ से इसकी शिकायत बादशाहपुर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस के अनुसार मामले की जांच शुरू कर दी गई है।