Gurugram Police: साइबर सिटी में बढ़ते अपराध पर काबू पाने के लिए गुरुग्राम पुलिस अपनी बीट प्रणाली में सुधार करने जा रही है। अपराधों के रोकथाम और कम समय में प्रभावी कार्रवाई के लिए जिला पुलिस ई-बीट प्रणाली अपनाने जा रही है। इसके लिए पुलिस विभाग की तरफ से बेंगलुरु की कंपनी रेजलर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया गया है।
यह कंपनी पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट बीट सिस्टम स्थापित करने में मदद करेगी। गुरुग्राम पुलिस की तरफ से इसका पायलट प्रोजेक्ट गुरुग्राम पूर्वी और पटौदी इलाके में चलाया जाएगा। यहां सफलता मिलने के बाद इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा।
बता दें कि, गुरुग्राम में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। पुलिस को सबसे ज्यादा परेशानी गुरुग्राम पूर्वी और पटौदी क्षेत्र में हो रही है। यहां पर शराब के ठेकों को लेकर छिड़े गैंगवार में अब तक दो शराब कारोबारियों की मौत हो चुकी है और कई पर दिन-दहाड़े गोलीबारी की गई है। पुलिस इन क्षेत्रों में अपराध को कम करने की लगातार कोशिश कर रही है। इसलिए यहां पर ई-बीट प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है।
जानें क्या है ई- बीट प्रणाली
ई-बीट सिस्टम स्थापित होने के बाद बीट पुलिसकर्मी द्वारा 24 घंटे में दो बार बीट प्वाइंट्स का दौरा कर सकेंगे। वहीं, अधिकारी सेंट्रल साफ्टवेयर आधारित निगरानी से वास्तविक समय के आधार पर प्रत्येक बीट कांस्टेबल के प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकेंगे। इससे न केवल पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि इलाके में पुलिस की उपस्थिति भी दिखाई देगी। जब फील्ड में पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे तो अपराध भी कम होगा। साथ ही किसी घटना की सूचना मिलते ही कंट्रोलरूम नजदीकी पुलिसकर्मी से तत्काल संपर्क कर सकेगा।
खत्म होगी पुलिसकर्मियों की लापरवाही
आमतौर पर देखा जाता है कि, पुलिसकर्मी फील्ड ड्यूटी के नाम पर आराम फरमाते नजर आते हैं। किसी घटना के जब तक वो पहुंचते हैं अपराधी भाग चुके होते हैं। गुरुग्राम पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन का कहना है कि, पुलिसकर्मी बहुत मेहनत करते हैं, लेकिन स्मार्ट वर्क की कमी है। कानून व्यवस्था की मजबूती को लेकर कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी दिशा में सभी महत्वपूर्ण स्थानों की जियो मैपिग की जाएगी। इसके बाद पुलिस बीट्स के बीट प्वाइंट और रूट तय किए जाएंगे।