Gurugram: हनी ट्रैप में फंसाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी महिला गिरफ्तार, किए कई खुलासे

गुरुग्राम में एक युवक को हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण और ब्‍लैकमेल करने वाले गिरोह की मुख्‍य सदस्‍य और इस वारदात की मुख्‍य आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि इस वारदात को अंजाम देने का प्‍लान एक आरोपी ने जेल के अंदर बनाया था।

Gurugram Honey Trap
प्रतीकात्मक तस्वीर  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • एसी मैकेनिक को हनी ट्रैप में फंसाने वाले गिरोह की मुख्‍य सदस्‍य गिरफ्तार
  • आरोपी के पास से वारदात में उपयोग हुई गाड़ी व अन्‍य सामान बरामद
  • पुलिस ने पूछताछ पूरी कर सभी आरोपियों को न्‍यायिक हिरासत में भेजा जेल

Gurugram Honey Trap: गुरुग्राम पुलिस ने हनी ट्रैप में फंसा कर लोगों को लूटने वाले गिरोह की मुखिया महिला को गिरफ्तार कर लिया। यह महिला करनाल के एक एसी मैकेनिक को हैनी ट्रैप में फंसा कर अपहरण करने के मामले की मुख्‍य आरोपी भी है। पुलिस ने इस महिला को जयपुर से गिरफ्तार किया। इस गिरोह में शामिल चार सदस्‍यों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार हुई आरोपी नीलम उर्फ ​​तन्नू शर्मा, जयपुर के झालाना कॉलोनी की रहने वाली है।

पुलिस ने बताया कि, आरोपी महिला के पास से चोरी का एक मोबाइल फोन, सोने की चेन, पर्स, एटीएम कार्ड, आईपॉड, सिम कार्ड और अपराध में इस्तेमाल की गई एसयूवी भी बरामद की गई। पुलिस ने आरोपी महिला से पूछताछ कर उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने इससे पहले इस गिरोह के सदस्‍य जयपुर निवासी दिनेश चौधरी उर्फ ​​शुभम, आशीष उर्फ ​​आशु, अक्षय भट्ट और महेंद्रगढ़ जिले के अटेली निवासी नितिन को शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर चुकी थी।

जेल में बैठकर बनाई थी योजना

पुलिस ने बताया कि, इन आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि, यह गिरोह सोशल मीडिया के जरिए लोगों को हनी ट्रैप में फंसाता था। यह योजना दिनेश चौधरी बनता और नीलम उर्फ ​​तन्नू शर्मा इसे अंजाम तक पहुंचाती। पूछताछ में पता चला कि आरोपी दिनेश हाल ही में जयपुर जेल से जमानत पर छूट कर बाहर आया था। आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने अपने बैरक में बंद एक अन्य कैदी से मिले एक विचार से प्रेरित होकर जेल के अंदर यह योजना बनाई थी। इस मामले के जांच अधिकारी उपनिरीक्षक सिंह ने कहा कि, हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती और अपहरण के मामलों में संलिप्त रहा है। इन आरोपियों ने मिलकर करनाल के रहने वाले एक एसी मैकेनिक को अपने जाल में फंसाया और आरोपी नीलम ने उसे पांच जून को सेक्टर-29 के एक होटल में मिलने बुलाया। जहां पर पीड़ित मैकेनिक को बंधक बनाकर गिरोह के अन्य सदस्यों ने महिला के साथ यौन संबंध बनाने पर मजबूर किया और इसकी वीडियो बनाकर लाखों रुपये मांगे। पैसे नहीं देने पर उसे तीन दिन तक बंधक बना कर रखा। इस दौरान मौका मिलने पर मैकेनिक भागने में सफल रहा और उसने पुलिस को गिरोह की सूचना दी।

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