Gurugram News: गुरुग्राम में शुरू होगी व‌र्ल्ड क्लास ट्रैकिंग और जंगल सफारी, ये है प्रशासन का पूरा प्लान

Gurugram News: गुरुग्राम के लोगों को अब ट्रैकिंग और जंगल सफारी का मजा लेने के लिए राजस्‍थान और उत्‍तराखंड नहीं जाना पड़ेगा। राज्‍य सरकार अरावली पर्वत श्रृंखला में ट्रैकिंग तथा जंगल सफारी बनाने जा रही है। मुख्‍यमंत्री ने अधिकारियों को जल्‍द से जल्‍द पूरा प्रोजेक्‍ट तैयार करने को कहा है।

Jungle Safari in gurugram
अब गुरुग्राम के लोगों को ट्रैकिंग और जंगल सफारी का ले सकेगे मजा   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • अब अरावली पर्वत श्रृंखला में ले सकेंगे जंगल सफारी का मजा
  • गुरुग्राम तथा नूंह जिले की अरावली पर्वत में बनेगी जंगल सफारी
  • अरावली की लगभग 3800 हेक्टेयर भूमि को किया जाएगा संरक्षित

Gurugram News: साइबर सिटी गुरुग्राम के लोगों को अब ट्रैकिंग और जंगल सफारी का मजा लेने के लिए राजस्‍थान और उत्‍तराखंड नहीं जाना पड़ेगा। अब लोग अपने ही शहर में इसका मजा ले सकेंगे। हरियाणा सरकार जिले के अंदर अरावली पर्वत श्रृंखला में ट्रैकिंग तथा जंगल सफारी बनाने जा रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वन और पर्यटन विभाग के अधिकारियों को प्रोजेक्‍ट तैयार करने का निर्देश दे दिया है।

बता दें कि, मुख्यमंत्री और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती पर गुरुग्राम आए थे। यहां पर उन्‍होंने अधिकारियों के साथ जंगल सफारी बनाने के प्रोजेक्ट पर चर्चा की। इस दौरान उन्‍होंने पर्यटन तथा वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि, वे योजनाबद्ध तरीके से इस प्रोजेक्ट पर काम करें। हर चरण के लिए टाइम लाइन तय किया जाए और उसी के अनुसार जल्‍द से जल्‍द पूरे प्रोजेक्ट का खाका तैयार हो।

विशेषज्ञों से लिया जाएगा परामर्श

राज्‍य सरकार इस जंगल सफारी को विश्व स्तरीय बनाना चाहती है। इसके लिए प्रोजेक्‍ट का प्रारूप तैयार करने के लिए विशेषज्ञों से भी परामर्श लिया जाएगा। प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार होने के बाद उसके ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। बैठक में वन विभाग के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन के माध्‍यम से मुख्‍यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को प्रोजेक्‍ट की पूरी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि, जंगल सफारी के लिए गुरुग्राम तथा नूंह जिले की अरावली पर्वत श्रृंखला में पड़ने वाली लगभग 3800 हेक्टेयर भूमि को संरक्षित किया जा सकता है।

बैटरी चालित वाहनों से होगी जंगल सफारी

अधिकारियों द्वारा प्रोजेक्‍ट प्रजेंटेशन के दौरान केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सुझाव दिया कि, जंगल सफारी प्रोजेक्ट तैयार करते समय पर्यटकों के वाहनों की पार्किंग के लिए भी जगह चिन्हित की जाए। उन्होंने कहा कि, इस सफारी में आने वाले लोग केवल बैटरी चालित वाहनों से ही आएं ताकि अरावली पर्वत श्रृंखला की हरियाली और पर्यावरण को नुकसान न हो। साथ ही उन्‍होंने भरोसा दिलाया कि, जंगल सफारी बनाने के लिए उनके मंत्रालय से जो भी स्वीकृति या मंजूरी की आवश्यकता होगी वह जल्द दिला दी जाएगी।

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