दिल शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे नाजुक अंग होता है। अपने दिल की देखभाल करने का मतलब है आप कितना सही डाइट ले रहे हैं कितना एक्सरसाइज कर रहे हैं और स्ट्रेस लेवल मैनेजमेंट कैसा है। हेल्दी और बैलेंस डाइट का सीधा असर आपके दिल के स्वास्थ्य पर पड़ता है। दिल की बीमारी के खतरे से बचना चाहते हैं तो आपको ना सिर्फ स्ट्रेस लेवल कम करना होगा बल्कि आपको खान-पान पर भी उतना ही ध्यान देना होगा।
कुछ ऐसे फूड प्रोडक्ट हैं जिन्हें आपको पूरी तरह से अवॉइड करना चाहिए वहीं कुछ फूड प्रोडक्ट ऐसे हैं जिसे आपको अपने डाइट में जरूर से जरूर शामिल करना चाहिए। हालिया एक स्टडी के मुताबिक वैसे लोग जिनका हाई कॉलेस्ट्रॉल लेवल होता है उन्हें दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है। ऐसे लोगों को कार्ब वाले फूड प्रोडक्ट से परहेज करना चाहिए साथ ही सैचुरेटेड फैट से भी परहेज करना चाहिए। आज हम आपको लो कार्ब फूड प्रोडक्ट के बारे में बताएंगे-
अगर आप वेजीटेरियन हैं तो आपके सामने कई सारे विकल्प हैं। अगर आप बेटर और एक हेल्दी हार्ट चाहते हैं तो आपको हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। इनमें कम कैलोरी होता है और अधिक मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इनमें शुगर लेवल भी कम होता है, फाइबर भी अधिक होता है जो पाचन दुरुस्त करने के साथ-साथ वेट लॉस में भी मदद करता है।
फलों का राजा कहलाने वाला आम हालांकि शुगर और कार्ब से भरपूर होता है लेकिन अन्य दूसरे फल जैसे सेब और बेरी जैसे फल लो कार्ब वाले फल हैं। इन्हें दिल की बीमारी से बचने के लिए अपने डाइट में शामिल किया जा सकता है। अपने रोजाना के डाइट में इस तरह के फल को शामिल करना चाहिए।
हैवी नहीं लेकिन हल्का फुल्का मांस मछली को अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनमें लो कार्बोहाइड्रेट होता है और पोषक तत्व अधिक होते हैं। दिल के स्वास्थ्य के लिए ये काफी अच्छा माना जाता है।
सूखे मेवे हेल्दी हार्ट के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इससे दिल मजबूत होता है। हेल्दी और फिट रहने के लिए इसे एक बढ़िया स्नैक्स की तरह खाया जा सकता है। इनमें लो कैलोरी भी होती है और कार्ब्स भी कम होते हैं।
सालमन और टुना जैसी मछलियों में फैट और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो हेल्दी हार्ट के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। स्किन हेल्थ के लिए भी फिश का सेवन काफी फायदेमंद होता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)