नई दिल्ली : देश में कोरोना महामारी का टीका 16 जनवरी से लगना शुरू हो जाएगा। टीकाकरण के पहले चरण के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पहले चरण में करीब 30 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, 50 साल से ऊपर के व्यक्तियों के सहित गंभीर बीमारी से ग्रस्त 50 साल से कम्र वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा। टीका लगवाने के लिए लोगों को अपना पंजीकरण कराना होगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
टीका लगवाने से पहले और उसके बाद क्या करें और क्या न करें इसके बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से सलाह दी जा रही है। कई लोग शराब पीने के आदी होते हैं। वैज्ञानिकों की सलाह है कि कोरोना टीका लेने से पहले और बाद में लोगों को शराब के सेवन से बचना चाहिए।कोविड-19 टीके पर अल्कोहल के प्रभाव को लेकर अभी ज्यादा आंकड़े नहीं हैं लेकिन कुछ ऐसी रिपोर्टें हैं जिनमें कहा गया है कि शराब का सेवन शरीर के इम्यूनिटी स्तर को कमजोर बना सकता है।
शरीर की प्रतिरोधी क्षमता कमजोर करता है शराब का सेवन
अल्कोहल एजुकेश चैरिटी ड्रिंकवेयर का कहना है कि ऐसे लोग जो शराब का ज्यादा सेवन करने वाले हैं उनके अंदर प्रतिरोधी क्षमता कमजोर हो सकती है। 'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक संस्था की चेयरमैन डॉक्टर फिओना सिम का कहना है, 'हमारी सलाह है कि आप टीका लेने से कम से कम दो दिन पहले और टीका लगवाने के दो सप्ताह बात तक शराब का सेवन न करें। इस दौरान कोशिश अपनी प्रतिरोधी क्षमता को उच्च स्तर पर रखने की होनी चाहिए ताकि आपका शरीर टीके पर सही प्रतिक्रिया दे और आपकी सुरक्षा करे।'
संक्रमित लोग न करें ड्रिंकिंग
उन्होंने कहा, 'शराब का भारी मात्रा में सेवन खासकर ऐसे लोग जिनमें श्वास संबंधी परेशानी है, उनके शरीर की प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर बनाता है। टीके का यदि उच्च स्तर पर फायदा लेना है तो आप टीका लगवाने से कुछ दिन पहले और उसके बाद कम से कम दो सप्ताह तक अल्कोहल का सेवन न करें। यदि आप कोरोना संक्रमित हो गए हैं तो इससे पूरी तरह उबर जाने के बाद ही आप किसी तरह के अल्कोहल का सेवन करें।'
रक्त कोशिकाओं के स्तर को कम करता है अल्कोहल
ब्रिटेन और रूस के चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 टीका लगवाने से पहले या बाद में यदि कोई शराब का सेवन का करता है तो उसके अंदर टीका का प्रभाव कम हो सकता है। मानचेस्टर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर शीना क्रूकशैंक ने 'मेट्रो यूके' से कहा कि 'शैंपेन का तीन ग्लास आपके शरीर में श्वते रक्त कोशिकाओं के स्तर को कम कर सकता है। ये कोशिकाएं वायरस के हमले से बचाती हैं। शराब या शैंपेन शरीर की प्रतिरोधी क्षमता को अपना काम करने रोकता है।'