Castor Oil Ke Fayde: गठिया से लेकर बालों तक के लिए फायदेमंद है कैस्टर ऑयल, ओवरडोज से होता है नुकसान भी

हेल्थ
Updated Sep 10, 2019 | 15:45 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

कैस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल केवल सेहत के लिए नहीं सौंदर्य को निखारने के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। बस इसके प्रयोग का सही तरीका जानना जरूरी है क्योंकि इसकी अधिकता नुकसानदाय होती है।

Castor Oil
Castor Oil  |  तस्वीर साभार: Getty Images
मुख्य बातें
  • ऑयल एंटी-इंफ्लेमेटरीप्रोटेक्टि को नियंत्रित करता है
  • त्वचा व बालों की कई तरह की समस्याओं को करता है दूर
  • ये ऑयल कई बीमारियों में जड़ी- बूटी से कम नहीं है

कैस्टर ऑयल गाढ़ा, चिपचिपा और सुनहरे पीले रंग का होता है। ये कैस्टर पौधे के बीज से निकलता है। इस ऑयल में मौजूद ओमेगा 9 फैटी एसिड बहुत काम का होता है। अरंडी के तेल में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरिय गुण बच्चों की त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता हैं। साथ ही बुज़ुर्ग लोगों के लिए भी इसके बहुत फायदे हैं। कैस्टर ऑयल का मुख्य घटक रिकिनोलेइक एसिड है, जो एक प्रकार का फैटी एसिड होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरीप्रोटेक्टि को नियंत्रित करता है।

इसे प्राचीन काल से पारंपरिक चिकित्सा में लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाता रहा है। साथ ही सौंदर्य निखार और बालों के लिए बेहद लाभदायक होता है। इसका इस्तेमाल हेयर कंडीशनर और डैंड्रफ के रोकथाम के साथ बालों को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं ये कई गंभीर बीमारियों में दवा का काम भी करता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल नुकसान भी देता है। तो आइए जानें इसके फायदे और नुकसान।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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अरंडी तेल के फायदे (Benefits of Castor Oil) 

  • कब्ज होता है दूर : कैस्टर ऑयल आंतों मांसपेशियां मजबूत करता है और इससे कब्ज की समस्या दूर होती है। 15 मिलीलीटर कैस्टर ऑयल पीने से कब्ज दूर किया जा सकता है।
  •  गठिया में फायदेमंद : अरंडी का तेल गठिया, जोड़ों और ऊतकों के दर्द में रामबाण है। इसकी मालिश करना बेहद फायदेमंद होता है। ये जोड़ों की सूजन भी खत्म करता है। पीठ दर्द में भी इसकी मालिश बहुत कारगर होती है।
  • घावों को भरने में प्रभावी : कटने या खरोंच लगने पर इसका इस्तेमाल एंटीसेप्टिक के रूप में किया जा सकता है। ये पेट के अल्सर को ठीक करने में कारगर है। साथ ही दाद, खाज या खुजली में भी इसके तेल को चार चम्मच नारियल तेल मिलाकर लगाने से आराम मिलता है।
  • इम्यून सिस्टम होगा मजबूत - नेचुरोपैथी (Naturopathy) के चिकित्सकों की मानें तो कैस्टर ऑयल से रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune system) मजबूत होती है। दरअसल, बाहरी तौर पर कैस्टर ऑयल का प्रयोग करने से टी- 11 कोशिकाओं की संख्या बढ़ जाती है, जिससे स्वास्थ्य बेहतर होता है। टी- 11 कोशिकाएं एंटीबॉडी की तरह काम करती हैं।
  • वेट कम करने में सहायक : वेट कम करने के लिए कैस्टर ऑयल सुबह खाली पेट एक चम्मच का लेना शुरू कर दें।
  • शिशु के लिए भी लाभकारी : छोटे बच्चों की त्वचा बहुत ही शुष्क होती है। इस तेल की मालिश से जहां एक ओर अरंडी के शिशु को मांसपेशियों में होने वाले दर्द राहत मिलती हैं वहीं त्वचा भी सॉफ्ट होती है। रैशेज़ से भी शिशु को बचाता है। अरंडी के तेल की कुछ बूंदों का इस्तेमाल कर आप बच्चे को रैशेज़ से होने वाली खुजली से राहत दिला सकती हैं।
  • दाग-धब्बे दूर करने और एंटी एजिंग के लिए करें इस्तेमाल : त्वचा का रूखापन, मुंहासे, दाग-धब्बे ही नहीं एंटी एजिंग के लिए भी ये ऑयल बहुत काम का है। स्ट्रेच मार्क्स भी इससे कम होते हैं। इसके लिए बस रोज इस ऑयल की मालिश चेहरे पर करना होगा। होंठों का कालापन दूर करने के लिए इस तेल इसकी मालिश होंठों पर भी करनी चाहिए।
  • बालों की हर समस्या का इलाज है ये ऑयल : कैस्टर ऑयल बालों की हर समस्या का इलाज करता है। बालों का झड़ना, डैंड्रफ, रुखान, गंजापन, कंडिशनिंग के साथ बालों के बढ़ने के लिए भी इसका इस्तेमाल करना लाभदायक होता है। इसके लिए कैस्टर ऑयल को नारियल और जैतून के तेल में मिक्स करें और इसे बालों की जड़ों से टिप तक लगाएं और उसकी मालिश करें। इसके बाद इसे किसी पॉलीथिन से ढक कर एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर शैंपू से धो लें। ऐसा वीक में कम से कम तीन बार करें।

कैस्टर ऑयल के ओवरडोज के संकेतों को पहचानें

  • पेट में मरोड़
  • दस्त
  • सिर चकराना
  • मतिभ्रम
  • बेहोशी
  • जी मिचलाना
  • सांस की तकलीफ और सीने में दर्द
  • गले में जकड़न

तो कैस्टर ऑयल का प्रयोग आप सावधानी से करें। एक साथ सारे उपाय न कर एक-एक कर करें।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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