पेट के कीड़ों को मारने से लेकर घाव भरने तक राई है अचूक दवा, जानें इसके 7 जबरदस्त फायदे

Benefits of Rye : राई हर घर में होती हैं, लेकिन ज्यादातर इसका प्रयोग तड़के में किया जाता है, लेकिन शायद ही आपको पता हो कि राई में बहुत से औषधिय गुण होते हैं। ये कई बीमारियों में काम आती है।

health Benefits of Rye, राई के स्वास्थ्य भरे फायदे
health Benefits of Rye, राई के स्वास्थ्य भरे फायदे 
मुख्य बातें
  • राई और शहद का लेप घाव पर लगाने से आराम मिलता है
  • जोड़ों के दर्द में राई का उबटन गुनगुना करके लगाना चाहिए
  • राई के तेल में नमक मिलाकर दांतों पर मलने से पायरिया दूर होता है

राई सरसों की एक प्रजाति है। हालांकि राई और सरसों के स्वाद और साइज में अंतर होता है। राई छोटी और खट्टास लिए होती है। राई का प्रयोग लोग अचार बनाने के लिए भी करते हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि राई केवल तड़के और अचार के लिए ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। राई भले ही बहुत छोटी हो लेकिन इसके गुण बहुत सी बीमारियों की दवा की तरह हैं। खनिज, विटामिन और कार्बनिक यौगिक से भरी राई में मैगनीज, तांबा, मैग्नीशियम, फास्फोरस, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, डाइटरी फाइबर और फिनालिक नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है।

जानें राई की खासियत और इसके बेशुमार फायदे

  • जिन लोगों का ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं रहता या जिन्हें चक्कर, घबराहट या दिल बैठने की शिकायत हो उन्हें राई का उबटन लगाना चाहिए। इस उबटन को मलने से राई से निकले वाली औषधि ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करती है और इससे घबराहट भी कम होती है और दिल पर बोझ भी कम पड़ता है।
  • राई में मौजूद मायरोसीन और सिनिग्रिन स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है। राई का उबटन ही नहीं, बल्कि इसके पानी से भी चेहरा धोने पर ग्लो आता है।
  • राई एंटी-बैक्टीरियल होती है। यदि चोट लग जाए तो राई को शहद में पीस कर लगा दें। यदि कांटा फंस गया हो तो राई और शहद का लेप उस पर लगाकर बांध दें। कांटा अपने आप ही ऊपर आ जाएगा। घाव पर इसे लगाने से ये जल्दी भर भी जाता है।
  • जिन्हें जोड़ों के दर्द की समस्या हो उन्हें राई का उबटन गुनगुना कर लगाना चाहिए। इस लेप को थोड़ी देर तक जोड़ों पर छोड़ देना चाहिए। राई में कपूर पीस कर भी डाला जा सकता है। तब इसे गर्म नहीं करना होगा।
  • राई को रात भर के लिए भिगा दें और अगले दिन इसका पानी पीएं। आप रोज राई का पानी पी सकते हैं। इससे पेट में होने वाले कीड़े मर जाते हैं।
  • गर्म पानी में राई को रात भर भिगा कर अगले दिन इसका पानी पीने से पेट दर्द की समस्या दूर होती है और इसके गुनगुने पानी में बैठने से वेजाइनल इंफेक्शन दूर होता है।
  • राई के तेल में बारीक नमक मिलाकर दांतों और मसूड़ों पर मलने से पायरिया और दांतों की अन्य दिक्कत दूर होती है।

याद रखें राई के अधिक प्रयोग उल्टी का कारण बन सकता है। इसलिए एक बार में एक ही प्रयोग करें।

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