नई दिल्ली : डेट्स एनर्जी का खजाना है। खास बात ये है कि इसमें पाया जाने वाला फ्रुक्टोज ब्लड शुगर लेवल को बिना नुकसान पहुंचाए ही एनर्जी देता है। प्रेग्नेंसी के छठे महीने से रोज छह से सात डेट्स जरूर खाएं। कई रिसर्च में भी ये सामने आया है कि अगर लेट प्रेगनेंसी में रोज डेट्स खाया जाए तो प्रेगनेंसी की कई दिक्कतें ही केवल दूर नहीं होती बल्कि डिलीवरी के समय भी मां और बच्चे को कई तरह के रिस्क से बचाया जा सकता है।
खजूर खाने से शरीर में ऑक्सिटोसिन की मात्रा सही होती है जो डिलीवरी के समय यूटरेस की सेंसिटीविटी को बढ़ाने का काम करती है। ऑक्सिटोसिन, प्रोस्टाग्लेंडिंस को प्रोड्यूस करता है जो लेबर के लिए बहुत जरूरी है। इससे यूटरेस में संकुचन क्रिया तेज हो जाती है।
100 ग्राम खजूर में 277 कैलोरी होती है। प्रोटीन 1.8 ग्राम, फाइबर 6.7 ग्राम, फैट 0.2 ग्राम, फोलेट 15 एमसीजी, आयरन 0.9 एमजी, विटामिन के 2.7 एमसीजी, मैग्निशयम 54 एमजी और पोटेशियम 696 एमजी पाया जाता है। यानी डेट्स में वह सब कुछ होता है जिसकी जरूरत एक प्रेग्नेंट लेडी को होती है। एक दिन की सारी जरूरत छह डेट्स खाने से ही पूरे हो जाती है।
प्रेग्नेंसी में डेट्स खाने के कई फायदे हैं -
इस तरह गर्भवती महिलाओं के लिए खजूर का सेवन फायदेमंद माना जाता है। लेकिन फिर भी इसे डॉक्टर की सलाह लेकर खाना ही बेहतर रहेगा।
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