ओट्स अपने पोषक तत्वों के कारण ही सबसे बेस्ट नाश्ता होता है। ओट्स को सबसे लोकप्रिय नाश्ता इसी वजह से माना गया है। इसे संपूर्ण अनाज की लिस्ट से में समूहबद्ध किया गया है। ज्यादातर लोग अपने नाश्ते में पके हुए ओट्स को लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कच्चे ओट्स अधिक फायदेमंद होते हैं? हालांकि जब कच्चे खाद्य पदार्थों की बात आती है तो सलाद और फल ही हमारे दिमाग में आते हैं, लेकिन ओट्स को साबुत अनाज के रूप में कच्चा भी खाया जा सकता है और ये सेहत के लिए पके हुए ओट्स से ज्यादा फायदेमंद होगा।
ओट्स को पकाने से बचने के लिए आप इसे खाने से कुछ घंटे पहले भिगो दें। कच्चे ओट्स फाइबर और पौधे आधारित प्रोटीन में समृद्ध हैं। जबकि आम तौर पर लोग इसे पका कर दलिया के रूप में खाना पसंद करते हैं, लेकिन इसे पका कर खाने से इसे पोषक तत्व कम हो जाते हैं। कच्चे ओट्स विभिन्न पोषक तत्वों से भरे होते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, स्वस्थ वसा, प्रोटीन, मैगनीशियम,पोटैशियम, जस्ता,फास्फोरस,सेलेनियम पाया जाता है। इसलिए इसे भिगो कर खाने की आदत डालें। आइए कच्चे ओट्स के फायदे जानें।
वेट कम करने में मददगार है
कच्चे ओट्स का खाने से वेट कम करना आसान हो जाता है, क्योंकि ये हाई फाइबर से भरा होता है जो आपको लंबे समय तक आपके पेट को भरा महसूस कराता है। साथ ही यह भूख (फूड क्रेविंग) को दबाने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है
बीटा-ग्लूकन नामक घुलनशील फाइबर में समृद्ध होने के कारण कच्चा ओट्स ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। ये कोलेस्ट्रॉल और बाल्स सॉल्ट को अवशोषित करके वसा के चयापचय को भी प्रभावित करता है जिससे खराब कोलेस्ट्रॉल घटता है।
दिल की सेहत सुधारता है
कच्चे ओट्स को खाने से ब्लडप्रेशर की समस्या कम होती है और इससे दिल की सेहत भी सुधरती है। हाई बीपी, हार्ट डिजीज से जुड़ा हुआ है। इसलिए यदि ब्लडप्रेशर सही हो तो दिल की बीमारियां होने की संभावना भी कम होती हें।
आंत को बनाता है मजबूत
वैसे तो दलिया भी बेहतद नाश्ता होता है लेकिन बात अगर आंत की मजबूती की हो तो कच्चा ओट्स बहुत ही सहायक होता है। ये कब्ज या इससे जुड़ी समस्या को खत्म करने में बहुत कारगर है।
डायबिटीज में फायदेमंद
कच्चे ओट्स में बीटा-ग्लूकन होता है,जो ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायक होता है। यह इंसुलिन को विनियमित करने में मदद करता है जो इसे टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद कारगर है। ये इंसुलिन के उत्पादन को स्थिर करके पाचन और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।
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