मुंबई. ब्लू टी प्योर हबर्ल टी होती है। ये अपराजिता के नीले फूल होते हैं, जिनसे चाय बनाई जाती है। इसे बटरफ्लाई टी के नाम से भी जाना जाता है। नीले अपराजिता के फूलों को उबाल कर बनाई की चाय में एक नहीं अनेक फायदे छुपे होते हैं।
ब्लू टी दक्षिण—पूर्व एशिया में सबसे ज्यादा प्रचलित है। ये चाय न केवल स्वादिष्ट और खूशबू से भरी होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। ब्लू टी एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस होती है।
ब्लू टी में इतने ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जितने कि ग्रीन या ब्लैक टी में नहीं होते। इस टी में पाया जाने वाले बायो-कंपाउंड शरीर के फ्री रैडिकल लड़ने में मदद करते हैं। इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
डायबिटीज से करती है बचाव
अगर आपको डायबिटीज है तो आपको ब्लू टी जरूर पीनी चाहिए। शरीर में ब्लड शुगर और ग्लूकोज को मैनेज करने में ब्लू टी बहुत काम आता है। तना ही नहीं शरीर में अगर किसी भी तरह का इंफेक्शन हो तो ये वह भी खत्म करता है। रोज कम से कम दो कप ब्लू टी पीना चाहिए।
ब्लू टी में स्ट्रेस लेवल को खत्म करने का गुण होता है। इसे पीने से मस्तिष्क में कई ऐसे हार्मोंस का बहाव बढ़ जाता है जो स्ट्रेस को कम करते हैं। वहीं ये कार्टिसोल जैसे हार्मोन्स को निकलने से रोकता है जिससे स्ट्रेस बढ़ने ही नहीं पाता। इसे पीने से अच्छी नींद आती है और शरीर रिलेक्स होता है।
स्किन और बालों के लिए लाभदायक
ब्लू टी में क्योंकि एंटीऑक्सीडेंट बहुत होते है इससे ये हमारी स्किन और बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस टी में विटामिन और मिनरल भी होते हैं जो एंटी एजिंग का काम करते हैं और बालों को चमक और मजबूती देते हैं।
ब्लू टी में एंटीऑक्सीडेंट काफी होता है। यही कारण ये कैंसर के जोखिम को कम करती है और किसी को कैंसर है तो कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती भी है। एंटीऑक्सीडेंट्स और इसमें पाए जाने वाले जरूरी मिनिरल्स से सेल्स को नुकसान नहीं पहुंचता है।
आंखों के लिए है जरूरी
आंखों में होने वाली किसी भी तरह की दिक्कत में ब्लू टी बहुत काम आती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों की कोशिकाओं में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देते हैं इससे आंखें स्वस्थ रहती हैं। मोतियाबिंद, कमजोर दृष्टि, रेटिना से जुड़ी दिक्कतों में इस चाय को पीना बहुत फायदेमंद होता है।
ब्लू टी अगर आप रोज पीएं तो इससे लिवर, किडनी, पेट और आंतों की सफाई हो जाती है। ये शरीर को डिटॉक्स करता है। ये एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और प्राकृतिक मूत्रवर्धक होता है। यूटीआई या यूरिन से जुड़ी दिक्कतों में इसका सेवन फायदेमंद है।
वेट लॉस के लिए है जरूरी
ब्लू टी मेटाबॉलिज्म से जु़ड़ी दिक्कतों को दूर करता है। मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने में सहायक होने के कारण वेट लॉस में भी ये इफेक्टिव होता है। इतना ही नहीं ये लिवर की सूजन को भी कम करता है। इसके अलावा माइग्रेन के मरीज अगर सुबह रोज इस टी को पीने लगें तो उनके माइग्रेन अटैक कम होने लगते हैं।
ब्लू टी स्ट्रेस, एसिडीटी को कम कर ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ती है जिससे मस्तिष्क में ब्लड फ्लो बेहतर रहता है और माइग्रेन अटैक नहीं आता है। दिमाग जब शांत और तनाव मुक्त रहेगा तो जाहिर सी बात है दिमाग की मेमोरी भी दुरुस्त होगी। इसे पीने से याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। )