नई दिल्ली : कोरोना वायरस दुनियाभर में कहर बरपा रहा है, जिससे अब तक 7.69 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 2.16 करोड़ से अधिक लोग इस घातक बीमारी की चपेट में हैं। इस बीच ऐसा भी कहा-सुना जा रहा है कि एक बार अगर कोई कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने के बाद उबर जाता है तो उसके फिर से इस घातक बीमारी की चपेट में आने की आशंका नहीं रह जाती। हालांकि इस बीच कई ऐसे रिसर्च भी आए, जिससे जाहिर हुआ कि एक बार कोरोना संक्रमण से उबर जाने के बाद दोबारा इसकी चपेट में न आने की कोई गारंटी नहीं है।
वैज्ञानिक हालांकि यह मानते हैं कि एक बार कोरोना संक्रमण से उबर जाने के बाद कुछ समय के लिए संबंधित व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडीज बन जाते हैं, जो उसे फिर से उस घातक बीमारी की चपेट में आने से बचाते हैं। लेकिन यह कितने समय के लिए हो सकता है? आखिर एक व्यक्ति कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद कितने समय तक इम्यून रह सकता है और इसे इस घातक बीमारी को लेकर टेस्ट कराने की आवश्यकता नहीं है?
इन सवालों के जवाब में हालांकि अब तक साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है, पर अमेरिका के सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इस बारे में इस बारे में जो कुछ भी अपडेट किया है, उसके मुताबिक, जो लोग भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद उबर चुके हैं, उन्हें तकरीबन तीन महीने तक या संक्रमण के लक्षण नहीं आने तक दोबारा टेस्ट कराने या क्वारंटीन में जाने की जरूरत नहीं है।
तो क्या यह मान लिया जाए कि कोरोना वायरस से एक बार उबरने के बाद यह घातक बीमारी तीन महीने तक संबंधित व्यक्ति तक नहीं पहुंचेगी? इसे लेकर हालांकि कुछ भी साफ नहीं किया गया है। सीडीसी के मुताबिक, जिन लोगों में संक्रमण से उबरने के तीन महीने के भीतर इसके लक्षण एक बार फिर नजर आते हैं और इसके लिए किसी अन्य कारण की पहचान नहीं हो पाती है तो यह जरूरी है कि उसका कोविड-19 टेस्ट हो।
सवाल यह भी है कि कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने के बाद क्या सभी लोगों में तीन महीने तक उस घातक बीमारी की चपेट में नहीं आने को लेकर इम्युनिटी रहती है या कोरोना वायरस के खिलाफ यह इम्युनिटी वास्तव में किस तरह काम करती है? ऐसे और भी कई सवाल हैं, जिसका सटीक वैज्ञानिक जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। बहरहाल, दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर तमाम वैज्ञानिक शोध हो रहे हैं, जिससे आने वाले समय में इन सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद की जा सकती है।