COVID delta+ variant: क्‍या कोरोना की तीसरी लहर लाएगा डेल्टा प्लस वेरियंट, जानें लक्षण और बचाव

covid third wave, delta+ variant : कोरोना वायरस की तीसरी लहर के लिए डेल्टा प्लस वेरियंट जिम्मेदार साबित हो सकता है। जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय।

Corona virus, Covid-19, Corona virus third wave, What Is Delta Variant, What Is Delta plus Variant, Delta plus Variant symptoms, Delta plus Variant symptoms and ways to avoid it, delta variant symptoms, delta variant cases in india,
डेल्टा वेरियंट के लक्षण (Pic : iStock ) 
मुख्य बातें
  • कोरोना की तीसरी लहर के लिए डेल्टा प्लस वेरियंट हो सकता है जिम्मेदार।
  • वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना के खिलाफ प्रोटोकॉल का करें पालन।
  • ज्‍यादा भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

covid third wave, delta+ variant : कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर के बाद देश का हाल बेहाल हो चुका है, बीते दिन लाखों लोग इस भयावह महामारी के चपेट में आए और हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। वहीं दूसरी लहर की समाप्ति के बाद कुछ राज्यों में तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। 

मौत के आंकड़ो में एक बार फर तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है। इस बीच डेल्टा प्लस वेरियंट ने लोगों की चिंता और भी बढ़ा दी है।
जी हां कोरोना वायरस की दूसरी लहर के लिए डेल्टा वेरियंट को जिम्मेदार माना जा रहा था, ऐसे में तीसरी लहर के लिए डेल्टा प्लस वेरियंट जिम्मेदार साबित हो सकता है। वैज्ञानिकों द्वारा लगातार आशंका जताई जा रही है कि यह वेरियंट डेल्टा से ज्यादा खतरनाक हो सकता है। यह ना केवल तेजी से फैलता है बल्कि वैक्सीनेशन के बाद भी आप इसके चपेट में आ सकते हैं। 

कैसे पहचानें आप कोरोना से हैं संक्रमित?

टीकाकरण कोरोना संक्रमण के खतरे को काफी हद तक कम करता है। कई अध्ययनों के अनुसार टीकाकरण के बाद लोग इसके हल्के लक्षणों से संक्रमित हुए हैं। जिसमें सर्दी, जुकाम, गले में खराश, सूखी खांसी, आदि शामिल हैं। वहीं यदि सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो यह अपना भयावह रूप धारण कर सकता है, जिसमें तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द जैसे लक्षण शामिल हैं। ऐसे में संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है।

लक्षण दिखने पर क्या करें?

कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है, ऐसे में इसके लक्षण महसूस होने पर तुरंत खुद को क्वारंटाइन कर लें और अपनी डाइट का खासा ध्यान रखें। तथा अपने डॉक्टर से सलाह लें ताकि स्थिति गंभीर होने से रोका जा सके। इसके लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाएं, इससे कोरोना के संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। ध्यान रहे वैक्सीनेशन के बाद भी आप कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं ऐसे में जरा सी भी लापरवाही ना बरतें।

टीकाकरण अवश्य कराएं

कोरोना से बचने व खुद को सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण अवश्य कराएं, भले ही आप पहले कोरोना से संक्रमित क्यों ना हो चुके हों। टीकाकरण के बाद आप डेल्टा या डेल्टा प्लस वेरियंट से सुरक्षित रह सकते हैं। वैक्सीनेशन के बाद इस भयावह वायरस की गिरफ्त में आने पर इसके लक्षण लगाए गए शॉर्ट्स पर निर्भर करते हैं। वैक्सीनेशन का पहला डोज एंटीबॉडीज का निर्माण करता है और दूसरी डोज आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है। ऐसे में वैक्सीन दोनों डोज समय पर अवश्य लें।

इन गाइडलाइंस को फॉलो करें 

  • इंडोर एयर और वेंटिलेशन में सुधार करें।
  • किसी भी सभा या मीटिंग में शामिल होने से पहले, यह सुनिश्चित करें की सभी ने टीकाकरण करा रखा है या नहीं। क्योंकि एक व्यक्ति सभी को संक्रमित कर सकता है।
  • घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर पहनें। ध्यान रहे वैक्सीन का मास्क से कोई लेना देना नहीं है। वैक्सीनेशन के बाद भी मास्क पहनना उतना ही जरूरी है, क्योंकि इसके बाद भी आप कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं।
  • दो गज दूरी का पालन करें
  • बिना वजह घर से बाहर ना निकलें।

कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद देश के कई राज्यों में तीसरी लहर ने दस्तक दे दिया है। तथा संक्रमण के मामलों में एक बार फिर बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। ऐसे में इस भयावह बीमारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन के साथ उपयुक्त प्रोटोकॉल का पालन करें। 

अगली खबर