Disadvantages of Curry leaves: करी का पत्ता खाने में स्वाद बढ़ा देता है। इसके इस्तेमाल से खाना स्वादिष्ट और लाजवाब बनता है। करी पत्ते का इस्तेमाल सांभर, इडली, उपमा व कढ़ी आदि व्यजंन बनाने के लिए किया जाता है। करी पत्ता खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में करी पत्ते के कई फायदे बताए गए हैं।
करी पत्ते का इस्तेमाल करने से कई बीमारियों व रोगों से मुक्ति मिलती है। करी पत्ते में कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, विटामिन सी, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। करी का पत्ता पाचन तंत्र को मजबूत करने का काम करता है, लेकिन हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। करी पत्ते के कई फायदे हैं तो इसके नुकसान भी हैं। आइए जानते हैं करी पत्ते के फायदे और नुकसान के बारे में...
डायबिटीज पेशेंट के लिए है फायदेमंद
डायबिटीज पेशेंट के लिए करी पत्ता काफी फायदेमंद है करी पत्ते के सेवन से डायबिटीज नियंत्रित होता है। कढ़ी पत्ते में हाइपोग्लाइसेमिक यानी शुगर लेवल को कम करने वाला गुण पाया जाता है। यह गुण शरीर में शुगर की मात्रा को कम करता है। डायबिटीज मरीजों को इसका हर रोत 5 से 6 पत्ते खाली पेट खाना चाहिए।
दिल का रखें ख्याल
दिल के मरीजों के लिए भी करी के पत्ते के कई फायदे हैं। करी पत्ते का सेवन हृदय संबंधित रोगों से बचाव करने में सहायक हो सकता है। करी पत्ता कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम भी करता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है। करी पत्ते से खाने से रक्तचाप को नियंत्रित होता है, जिसके चलते दिल की बीमारियों से बचाव होता है।
एनीमिया रोगों के लिए फायदेमंद
करी पत्ता एनीमिया रोग यानि खून की कमी की समस्या को दूर करता है। इसमें आयरन और फोलिक एसिड दोनों पाया जाता है।एनीमिया के मरीज को करी पत्ता का भरपूर सेवन करना चाहिए। इसके लिए कड़ी पत्ता के दो-तीन पत्ते सुबह एक खजूर से साथ खाना चाहिए।
दिखे जाते हैं एलर्जिक इफेक्ट
करी पत्ते के वैसे तो कोई नुकसान नहीं देखे गए हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में या अधिक मात्रा में इसका उपयोग नुकसानदायक साबित हो सकता है। करी पत्ता में एलर्जिक इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में करी पत्ता का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
अधिक मात्रा में डायबिटीज मरीज को नहीं करना चाहिए सेवन
कड़ी पत्ता में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होता है, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से सामान्य ब्लड शुगर वालों में भी लो ब्लड शुगर की शिकायत हो सकती है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)