कई घंटों तक लगातार मोबाइल के इस्‍तेमाल से बचें

हेल्थ
Updated Jun 30, 2020 | 14:51 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

इन दोनों गैजेट्स का लंबे समय तक प्रयोग करने से नौनिहालों की आंखों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

 तस्वीर साभार: Representative Image

नई द‍िल्‍ली. चीन की रहने वाली एक लड़की अपने मोबाइल फोन पर दिनभर गेम खेलती रहती थी। लगतार गेम खेलने की लत के कारण उसकी आंखें खराब हो गईं। 21वीं सदी में मोबाइल और कम्प्यूटर की लत ने बड़े ही नहीं बल्कि नौनिहालों को भी जकड़ लिया है। इन दोनों गैजेट्स का लंबे समय तक प्रयोग करने से नौनिहालों की आंखों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। वीडियो गेम्स और स्कूल के प्रोजेक्ट तैयार करने को घंटो इनमें डटे रहने से कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं। इस दौरान आंखों में जलन रहने तथा सिर दर्द की भी शिकायत बढ़ रही है।

बच्‍चों में द‍िख रही है परेशानी
समय पर बच्चों की आंखों की जांच न करवाने पर उनकी आंखों की रोशनी पर भी प्रभाव पड़ रहा है, जिससे कि आंखों की रोशनी भी कम हो रही है। मौजूदा समय में कम्प्यूटर-मोबाइल व अन्य डिजिटल गैजेट्स इंसान के जीवन में महत्त्वपूर्ण बन गए हैं, लेकिन इन गैजेट्स का ज्यादा प्रयोग भी उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो रहे हैं। कम्प्यूटर-मोबाइल का अधिक प्रयोग से नौनिहाल सहित अन्य सभी आयु वर्ग के लोग कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं। 

और पढ़ें: घी-तेल नहीं, ये छोटी-सी बात आपको बना सकती है दिल का मरीज

ये हैं लक्षण
इसमें मुख्य रूप से सिर दर्द रहना, आंखों में पानी की परत का सूखना, रोशनी का कम होना, आंखों का लाल रहना, आंखों में जलन होना, कमर दर्द तथा गर्दन में दर्द रहना लक्षण हैं। इन डिजिटल गैजेट्स का प्रयोग करने वाले लगभग अधिकतर लोग इस कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम बीमारी से ग्रस्त हैं। लंबे समय तक मोबाइल का प्रयोग करने वाले नौनिहाल भी इस बीमारी से बचे नहीं हैं। कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम बीमारी के चलते बच्चे पढ़ाई में भी आनाकानी करते हैं। ऐसे में चिकित्सक भी बच्चों में ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सकों से उनकी आंखों की जांच करवाने की सलाह दे रहे हैं।

और पढ़ें: SEX पावर बढ़ा सकता है ये दूध, जानें कब और कैसे करें सेवन

कैसे बचें
संयुक्‍त जिला अस्‍पताल गाज‍ियाबाद के नेत्र व‍िशेषज्ञ डॉ. संजय तेवत‍िया बताते हैं क‍ि मोबाइल तथा कम्प्यूटर का अधिक प्रयोग विजन सिंड्रोम की बीमारी को जन्‍म देता है। बच्चों में बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मोबाइल तथा कम्प्यूटर पर अधिक समय पर काम करने वाले सभी आयु वर्ग के लोगों को यह बीमारी हो रही है।

उन्होंने बताया कि लगातार कम्प्यूटर पर काम करते समय स्क्रीन को आंखों के सामने अथवा इसका लेवल थोड़ा नीचा होना चाहिए। गैजेट्स का प्रयोग करते समय पलकों को झपकते रहें, लंबे समय तक कम्प्यूटर पर काम करने के बाद थोड़ा ब्रेक लें तथा आंखों को आराम दें, बीच-बीच में स्क्रीन से नजर हटाकर दूर तक देखें, आंखों को ठंडे पानी के छींटें मारे। इसके अलावा चिकित्सक की सलाह पर आई ड्राप्स का भी प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप इस तरह का काम करते हैं, जिसमें कम्‍प्‍यूटर या मोबाइल का उपयोग ज्‍यादा होता है, तो लगातार स्‍क्रीन की तरफ देखने से बचें। थोड़ी-थोड़ी देर के ल‍िए आंखें स्‍क्रीन से हटाते रहें।

अगली खबर