शुरू हो गया सावन का महीना, जानें इस बारिश के मौसम में क्‍यों न खाएं मांस-मछली और ये चीजें

हेल्थ
Updated Jul 17, 2019 | 07:55 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

एक ओर जहां सावन का महीना तेज वर्षा और हरियाली लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर संक्रमण और बीमारियों का भी खतरा बनता है। सावन के महीने में पेट से जुड़ी ज्‍यादा बीमारियां होती हैं। 

Foods which you should not consume in Sawan month
Sawan month 
मुख्य बातें
  • आयुर्वेद के अनुसार सावन के महीने में कुछ चीजों का सेवन पूरी तरह से वर्जित माना जाता है
  • इस मौसम में हमें हरी पत्तेदार सब्जियां, मास मछलियां और लहसुन-प्‍याज खाने से बचना चाहिये
  • इस दौरान शरीर की इम्‍यूनिटी कमजोर हो जाती है

नई दिल्‍ली। Foods To Avoid this Monsoon: आज से सावन का महीना शुरू हो चुका है। एक ओर जहां सावन का महीना तेज वर्षा और हरियाली लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर संक्रमण और बीमारियों का भी खतरा बनता है। इस दौरान शरीर की इम्‍यूनिटी कमजोर हो जाती है और बीमारियां शरीर में अपना घर बना लेती है। ऐसे में खाने पीने का खास ख्‍याल रखना जरूरी होता है। सावन के महीने में पेट से जुड़ी ज्‍यादा बीमारियां होती हैं। 

आयुर्वेद और धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार सावन के महीने में कुछ चीजों का सेवन पूरी तरह से वर्जित माना जाता है। इस मौसम में हमें हरी पत्तेदार सब्जियां, मास मछलियां और लहसुन-प्‍याज खाने से बचना चाहिये क्‍योंकि इसे हजम करने में दिक्‍कत आती है और वात की भी शिकायत बढ़ती है। इसके अलावा मानसून के दिनों में इनमें की बैक्टेरिया और कीड़े भी देखे जा सकते हैं। इसलिए सावन में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने की मनाही है। तो अगर आप भी अपनी डाइट में कुछ बदलाव करने को तैयार हैं तो यहां जानें सावन के महीने में किन किन चीजों को खाने से बचना चाहिये... 

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बैंगन
सावन के महीने में बैंगन नहीं खाना चाहिये क्‍योंकि यह अशुद्ध माना जाता है। वहीं अगर दूसरा पक्ष देखा जाए तो बारिश के दौरान बैंगन में कीड़े ज्यादा लगे होते हैं जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

हरी पत्तेदार सब्जियां 
बारिश के मौसम में हरी सब्‍जियों को खाने से गैस की शिकायत बढ़ती है। साथ ही पत्‍तेदार सब्‍जियों में बैक्‍टीरिया और कीड़े भी लगे होते हैं। जिसे खाने से पेट दर्द और अन्य शिकायते हो सकती हैं।  

दूध 
सावन के महीने में कच्‍चा दूध भोलेनाथ को समर्पित किया जाता है इसलिये इसका सेवन करने की मनाही है। इसी बात को बताने के लिए सावन में शिव जी का दूध से अभिषेक करने की परंपरा शुरू हुई। वहीं अगर वैज्ञानिक दृष्‍टि से देखा जाए तो सावन में दूध पीने से पित्‍त की समस्‍या होती है। दूध की जगह पर दही का सेवन करना बेहद गुणकारी माना जाता है। 

मांस-मछली और प्याज और लहसुन 
कहते हैं कि तामसिक प्रवृत्ति के भोजनों से अध्यात्म के मार्ग में बाधा आती है और शरीर की भी हालत बिगड़ती है। सावन के महीने मांस और मछली खाने और प्याज-लहसुन का सेवन करने की मनाही होती है।

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