दिल के मरीजों के लिए बेस्ट है साइकिलिंग, ये फायदे जान छोड़ देंगे बाइक चलाना

हेल्थ
Updated May 25, 2019 | 01:56 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

एक एक्सरसाइज जो आपके सेहत से लेकर आपके मूड और सौंदर्य तक को निखारने में मददगार हो तो इसे कौन नहीं करना चाहेगा। साइकिलिंग से बेहतर एक्सरसाइज और कोई नहीं। जानें इसके बेहतरीन फायदे।

Cycling
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नई दिल्ली. साइकिलिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जो न केवल सेहत के लिए फायदेमंद है बल्कि इससे आपकी मेमोरी भी बूस्ट होती है। साइकिलिंग करना फुल बॉडी कार्डियो एक्सरसाइज माना जाता है। यही कारण है कि इस एक्सरसाइज को करने से पैर के अंगूठे से लेकिर मस्तिष्क तक पर असर पड़ता है। 

एक शोध से पता चलता है कि जो लोग अधिक से अधिक साइकिल चलाते हैं उनका इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है और ऐसे लोग अन्य लोगों की तुलना में कम बीमार होते हैं।  वेट लॉस के साथ ही ये कई अन्य बीमारियों को दूर करने वाली एक्सरसाइज मानी गई है। 

साइकिलिंग करना सेफ है, इस बात की पुष्टि इससे भी होती है कि इसे दिल की बीमारी वालों को चलाने के लिए भी बेस्ट माना गया है। साइकिलिंग चलाना एरोबिक एक्सरसाइज के समान है क्योंकि ये फुल बॉडी एक्सरसाइज है। 

दिमाग से निकलते हैं ये केमिकल्स  
साइकिलिंग करने से सिरोटोनिन, डोपामाइन और फेनिलइथिलामीन जैसे केमिकल्स तेजी से मस्तिष्क से निकलते हैं और ये हार्मोंस तनाव दूर करने वाले माने जाते हैं। जिन लोगों को डिप्रेशन है उन्हें साइकिलिंग जरूर करनी चाहिए। 

जिनके घुटने के लिगामेंटस कम हो गए हैं और कार्टिलेज घिस गई है  उनके लिए भी फ्री साइकिल चलाना बेहतर होता है क्योंकि इससे उनके लिगामेंटस में नुकसान नहीं पहुंचता और इससे उनके घुटने में जकड़न की समस्या नहीं होने पाती।

शरीर में बढ़ता है ऑक्सीजन
ब्लड सर्कुलेशन तेज होने और लंबी-लंबी सांस लेने से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है इससे जहां लंग्स बेहतर तरीके से काम करते है वहीं बेहतरी स्किन के लिए भी साइकिलिंग करना बेस्ट माना जाता है। 

दिल, हाई बीपी, डायबिटीज और एलर्जी पेशंट्स के लिए भी साइकिलिंग को सबसे बेस्ट एक्सरसाइज मानी जाती है। साइकिलिंग करने से दिल पर पड़ने वाला दबाव कम होता है इससे हाई बीपी जैसी समस्या भी कम होती है। वहीं ये टाइप वन डायबिटीज में भी बहुत फायदेमंद होता है।              

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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