Herbal Tea: कहीं आप भी तो हर्बल टी पीते समय नहीं कर रहे ये गलतियां, हो सकते हैं साइड इफेक्ट

अगर आप हर्बल टी पीने के शौकीन हैं तो आपको ये ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आप इसका सेवन करते हुए ये गलतियां तो नहीं कर रहे हैं। अनगिनत फायदों के साथ-साथ इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता

herbal tea
हर्बल टी 
मुख्य बातें
  • वजन घटाने की चाह रखने वाले खास तौर पर हर्बल टी को अपने रुटीन में शामिल करते हैं
  • अनगिनत फायदों के साथ-साथ हर्बल टी के कुछ साइड इफेक्ट भी हैं
  • हर्बल टी में दूध मिला देने से ये काम करना बंद कर देता है

वजन घटाने की चाह रखने वाले खास तौर पर हर्बल टी को अपने रुटीन में शामिल करते हैं। वजन घटाने के साथ-साथ हर्बल टी के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह सिर दर्द से लेकर, कोल्ड तक को ठीक करता है। इसके अलावा हर्बल टी के सेवन से कॉलेस्ट्रॉल भी कम होता है। इन सभी पेरशानियों का बेहचर होम रेमेड है हर्बल टी। आम तौर पर हर्बल टी के इंग्रीडीयेंट तुलसी, रोजमेरी, चामोलीन, अदरक होते हैं। अपनी मर्जी के मुताबिक आप इन इंग्रीडियेंट को घटा बढ़ा भी सकते हैं। 

अगर आप भी हर्बल टी पीने के शौकीन हैं तो आपको ये ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आप इसका सेवन करते समय कुछ गलतियां तो नहीं कर रहे हैं। अअ जिन्हें भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हर्बल टी कई विटामिन और मिनरल्स का बढ़िया स्रोत माना जाता है। जानिए इसका सेवन करते समय कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए

दूध ना मिलाएं
अगर आप वजन घटाने के लिए हर्बल टी का इस्तेमाल करते हैं तो ध्यान रखें कि इसे तैयार करते समय इसमें दूध ना मिलाएं। हर्बल टी में दूध मिला देने से ये काम करना बंद कर देता है। दूध में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो वजन को घटान में नहीं बल्कि बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा दूध और तुलसी एक साथ मिल जाए तो इससे साइड इफेक्ट होता है।

शुगर ना डालें
अगर आप हर्बल टी में शुगर मिला रहे हैं इसका मतलब है कि आप इसमें और कैलोरी एड कर रहे हैं जो आपके वजन कम करने के उद्देश्य को कभी पूरा नहीं होने देगा। अगर आप हर्बल टी बना रहे हैं तो उसमें शुगर (चीनी) की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें या फिर आप शहद भी मिला सकते हैं।

बार-बार नहीं करें गर्म
बार-बार गर्म करने से हर्बल टी की नेचुरल क्वालिटी खत्म हो जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि जो आपने बनया है उसे फ्रेश ही इस्तेमाल करें। हर्बल टी को बार-बार गर्म करने से उसकी अच्छाई चली जाती है और फिर वह असर करना बंद कर देता है। 

हमेशा नहीं पीएं
हर्बल टी एक आयुर्वेदित मेडिसिन की तरह है इसे बार-बार नहीं पीया जाना चाहिए। इसे तय समय पर ही पीना चाहिए। उदाहरण के लिए सुबह के समय तुलसी की चाय पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। इसी तरह हर्बल टी पीने के लिए एक बार डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए कि आपको कब ये पीना चाहिए।

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