Holi for Heart Patients : होली खुशियों और रंगों से भरा त्यौहार है। इस त्यौहार के मौके पर हर कोई मस्ती के साथ तरह-तरह के पकवान का स्वाद लेना पसंद करता है। लेकिन रंगों और खुशियों के साथ हमें अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। खासतौर पर दिल के मरीजों को इस दौरान अपना खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। दिल के मरीजों को होली के मस्ती-मजाक के बीच अपनी दिल की धड़कनों पर भी ध्यान देना चाहिए। ताकि वह सावधानीपूर्वक होली मना सकें।
होली के मौके पर कई लोग भांग का सेवन करते हैं। लेकिन अगर आप दिल के मरीज हैं, तो भांग के सेवन से दूरी बनाएं। भांग का सेवन करने से आपके दिल की धड़कने तेज हो सकती हैं, जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर, कार्डियक अरेस्ट जैसी परेशानी होने का खतरा रहता है।
खुशियों और रंगों से भरे इस मौके पर अगर आप केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपकी खुशियों पर बुरा असर डाल सकते हैं। केमिकल युक्त रंगों से एलर्जी होने पर न सिर्फ स्किन की समस्याएं होती हैं, बल्कि इससे शारीरिक गतिविधियों पर भी बुरा असर पड़ सकता है, जिसकी वजह से स्ट्रेस बढ़ता है और दिल का दौड़ा पड़ने का भी खतरा रहता है।
त्यौहारों पर भागदौड़ होती रहती है, लेकिन अगर आप दिल के मरीज हैं, तो होली के मौके पर ज्यादा भागदौड़ करने से बचें। दरअसल, शारीरिक गतिविधि ज्यादा करने से थकान और तनाव बढ़ता है, जिससे आपके दिल की ध़ड़कनें तेज हो सकती हैं।
त्यौहारों में हर घर में पकवान काफी ज्यादा बनते हैं। ऐसे में खुद पर कंट्रोल रखना काफी मुश्किल हो जाता है। दिल के मरीजों को कोलेस्ट्रॉल का ध्यान रखते हुए ऐसी मिठाईयों और पकवान का सेवन करना चाहिए जिसमें कम तेल और घी का इस्तेमाल किया गया हो।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)