नई दिल्ली : विश्व भर में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित कर दिया है। हालांकि भारत में फिलहाल मंकीपॉक्स के सिर्फ चार मामले रिकॉर्ड हुए हैं। मगर लगातार ये एक चिंता का विषय बना हुआ है, खास तौर से इसलिए क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि ये वायरस यौन व्यवहार और निकट संपर्क में आने से फैलता है। हालांकि संक्रमण के लक्षण पहले दो से चार हफ्तों के बीच में दिख जाते हैं। मगर अभी तक ये बात स्पष्ट नहीं हो पाई है कि मंकीपॉक्स का संक्रमण बिना लक्षण वाले मरीजों द्वारा फैल सकता है या नहीं।
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इस तरह फैल सकता है मंकीपॉक्स का संक्रमण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शरीर पर रैशेज, बॉडी फ्लूइड्स जैसे पस, खून तथा अन्य द्रव और स्कैब्स के माध्यम से भी संक्रमण फैल सकता है। इसी के साथ जानकारी के मुताबिक यह भी साफ हुआ है कि ये संक्रमण आपकी लार यानी सलाइवा के जरिए भी फैल सकता है और अल्सर तथा घाव भी संक्रामक हो सकते हैं। हर्पिस और सिफलिस या इसके अतिरिक्त अगर आप संक्रमित व्यक्ति द्वारा छूई हुई किसी वस्तु के संपर्क में आते हैं जैसे कपड़े, बिस्तर, टॉवल, खाने के बर्तन या सेक्स टॉयज तो भी आपको संक्रमण हो सकता है।
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क्या यौन संबंध बनाने से हो सकता है ज्यादा खतरा?
अब क्योंकि मंकीपॉक्स का संक्रमण किसी भी तरह के फिजिकल संपर्क से हो सकता है, इसलिए किसी व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से बीमारी होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। सर गंगा राम अस्पताल के इंटेंसिविस्ट और सीनियर कंसलटेंट डॉ. धिरेन गुप्ता ने अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति के साथ इंटीमेट रिलेशन में आने से फैल सकता है। अगर आप लक्षण वाले संक्रमित व्यक्ति को छू लेते हैं या उसके साथ फिजिकल तौर पर इंटीमेंट होते हैं या फिर प्राइवेट पार्ट को टच करते हैं, तो आप भी संक्रमित हो जाएंगे। साथ ही मरीज के गले लगने से, मसाज देने से या उसके द्वारा उपयोग की हुई किसी भी वस्तु से संक्रमण हो सकता है।
इसी के साथ एक्सपर्ट्स के मुताबिक उन लोगों के लिए इस बीमारी का खतरा और ज्यादा हो सकता है जो एक से ज्यादा पार्टनर्स के साथ यौन संबंध में हैं।
क्या कॉन्डम के इस्तेमाल से बचाव होगा?
इस तरह के कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या कॉन्डम जैसे प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करने से संक्रमण नहीं फैलेगा। तो इसका जवाब साफ है कि ये संक्रमण मात्र यौन संबंध स्थापित करने से नहीं बल्कि छूने और चुंबन लेने से भी फैलता है। इसलिए कॉन्डम का उपयोग इस स्थिति में मदद नहीं कर पाएगा।
बचाव के लिए क्या करें?
इन अवधारणाओं से जरूर बचें
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस बात को पूर्ण रूप से स्पष्ट कर दिया गया है कि, कोई भी जो मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है उसके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है। इस बात पर ध्यान दिए बिना की वे कौन है, क्या करते हैं या फिर किसी भी लिंग के व्यक्ति के संबंध में थे। ये संक्रमण किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, इसलिए समान लिंग वाले लोगों को इसका खतरा नहीं होगा ऐसा नहीं है। इस तरह की अवधारणा पर विश्वास करने से केवल स्थिति और भयावह रूप लेगी। इसलिए जरूरी है कि आप सावधानी बरते और किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर का परामर्श जरूर ले।