यदि आपका ब्लड शुगर बार-बार बढ़ रहा है तो संभव है कि आप डायबिटीज के पेशंट हो जाएं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें ताकि आपका शुगर लेवल कंट्रोल रहे। साथ ही ऐसी चीजें आप खाएं जिससे आपका शुगर कम हो सके। शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए केवल यही जरूरी नहीं कि आप चीनी या चीनी से बनी चीजें कम खाएं, बल्कि ये भी जरूरी है कि जो भी चीज आप खा रहे हैं उसक खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम हो।
ताकि जो भी आप खाएं वह तुरंत शुगर में तब्दील हो के ब्लड में शामिल न हो। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले भोज्य पदार्थ बहुत ही धीमे शुगर में तब्दील होते है। ऐसा ही आहार है मशरूम। मशरूम ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।
ऐसे करता है मशरूम ब्लड शुगर को कंट्रोल
सफेद बटन मशरूम खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं उतने ही फायदेमंद भी। मशरूम खाने से आंत में कई अच्छे बदलाव होते हैं। आंत में ये बदलाव ग्लूकोज के रेग्युलेशन को सुधारता है। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहता है और फ्लेक्चुएशन की संभावना नहीं रहती। इससे दिल की बीमारी और स्ट्रोक के खतरे भी कम होते हैं।
मशरूम में होता है मधुमेह विरोधी गुण
मशरूम में शून्य कैलोरी होती है। विटामिन बी 2 और बी 3, सेलेनियम और फास्फोरस से भरा मशरूम पेट को भरा रखता हैं। मशरूम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 10-15 होता है और ग्लाइसेमिक लोड कम होने से पहले तो भूख नहीं लगती, दूसरे शुगर भी ब्लड में नहीं जाता। लंबे समय तक शरीम में मौजूद ग्लोकोज से ही शरीर काम चलता है इससे शुगर भी नहीं बढ़ता और वेट भी मैनेज रहता है। कई शोध तो यह भी दावा करते हैं कि मशरूम खाने से प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले डायबिटीज का खतरा भी टल जाता है।
इंसुलिन प्रतिरोध को सुधारता है
मशरूम डायबिटिक डाइट का सबसे अहम हिस्सा हो सकता हे। इसे आपक कई रूप में अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें मौजूद पॉलीसेकेराइड ब्लड शुगर के स्तर को कम करने और इंसुलिन प्रतिरोधक क्षमता को सुधारने में बहुत कारगर होता है। ये पाचन को धीमा कर देता है और शरीर द्वारा किए जाने वाले शुगर के अवशोषण को भी धीमा कर देता है।
इसलिए यदि आपके घर में डायबिटीज की हिस्ट्री हो या आपका शुगर बार-बार बढ़ या घट रहा हो तो आपको अपने डाइट में मशरूम को जरूर जगह देनी चाहिए।