Benefits of Giloy and Triphala: आंखों के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल होता है। इसलिए आंखों का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है, लेकिन आजकल आंखों की रोशनी कम होने की समस्या आम हो गई है। अब ग्लूकोमा, कैटरेक्ट, मोतियाबिंद आदि आंखों से संबंधित बीमारियों के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसके साथ ही आंखों मे जलन, आंखों से पानी आना और रोशनी के कम होने की समस्या भी देखने को मिलती है। आंखों की इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए त्रिफला और गिलोय का सेवन काफी फायदेमंद होता है। चलिए आपको बताते हैं कि आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए त्रिफला और गिलोय का सेवन या प्रयोग कैसे कर सकते हैं-
पढ़ें- बैड कोलेस्ट्रोल को घटाकर दिल को जवान रखेंगे सूरजमुखी के बीज, ऐसे जल्द होगा फायदा
आयुर्वेद में गिलोय को अमृत कहा गया है। दरअसल, गिलोय में कई औषधीय गुण होते हैं, जो आंखों की समस्याओं सहित कई बीमारियों को दूर करने में कारगर होता है। इसके पत्तों में कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गिलोय के रस में शहद डालकर सुबह-शाम पीना चाहिए। इसके अलावा गिलोय के रस को त्रिफला के चूर्ण के साथ मिलाकर इसे पकाकर इसका काढ़ा बनाकर भी पिया जा सकता है। इस काढ़े में शहद मिलाकर सुबह शाम सेवन करें।
मोतियाबिंद दूर करे त्रिफला
त्रिफला आंवला, हरड़ और बहेड़ा को मिलाकर तैयार किया जाता है। त्रिफला से आंखों में जलन, मोतियाबिंद, आंखों की रोशनी का कमजोर होना और कंजंक्टिवाइटिस जैसी समस्याओं को दूर करने में फायदा मिलता है। त्रिफला के चूर्ण को सुबह-शाम ताजे पानी और शहद के साथ मिलाकर खाने से इन सभी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा त्रिफला के चूर्ण के पानी से आंखों को धोने से भी फायदा मिलता है। इसके लिए त्रिफला के चूर्ण को सुबह दो गिलास पानी में भिगोकर रख दें। शाम को इस पानी को छानकर इससे आंखों को धो लें, कुछ ही दिनों में फायदा मिलेगा।
गिलोय और त्रिफला के अन्य फायदे
गिलोय और त्रिफला सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ये दोनों आंखों के लिए जितने लाभकारी हैं, उतने ही अन्य बीमारियों को ठीक करने में भी लाभदायक हैं। गिलोय एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल माना जाता है। साथ ही ये शरीर की इम्यूनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। वहीं, तीन चीजों से मिलकर बना त्रिफला हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल करने मे काफी कारगर माना जाता है। इसके साथ ही ये कमजोरी दूर करने में भी फायदेमंद होता है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)