सुसाइड का ख्‍याल करने वालों की पहचान कैसे करें? इन 5 संकेतों से समझ सकते हैं आप

हेल्थ
अभिषेक निगम
Updated Jun 16, 2020 | 13:51 IST

Suicidal recognition: कोरोना वायरस महामारी और उसके बाद लॉकडाउन के समय में खराब मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य एक अतिरिक्‍त क्षति है जो दुनियाभर के लोग अनुभव कर रहे हैं।

suicidal thoughts
आत्‍महत्‍या करने के विचार 
मुख्य बातें
  • कोरोना वायरस महामारी के कारण खराब मानिसक स्‍वास्‍थ्‍य का लोग अनुभव कर रहे हैं
  • कई लोगों की अलग-अलग कारणों से आत्‍महत्‍या करने की प्रवृत्ति बनती जा रही है
  • इन संकेतों की मदद से आप किसी आत्‍महत्‍या की प्रवृत्ति को समझकर उसकी मदद कर सकते हैं

आत्‍महत्‍या ज्‍यादातर खराब मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य का नतीजा होता है और क्‍लीनिकल डिप्रेशन (नैदानिक अवसाद) जैसे मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य डिस्‍ऑर्डर (विकार) का अंतिम नतीजा भी हो सकता है। कोरोना वायरस महामारी और उसके बाद लॉकडाउन के समय में खराब मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य एक अतिरिक्‍त क्षति है जो दुनियाभर के लोग अनुभव कर रहे हैं।

बॉलीवुड एक्‍टर सुशांत सिंह राजपूत जो काई पो छे, एमएस धोनी: द अनटोल्‍ड स्‍टोरी जैसी सुपरहिट फिल्‍में दे चुके हैं, उन्‍होंने रविवार को अपने घर में आत्‍महत्‍या कर ली। एक्‍टर के सुसाइड की खबर ने देशवासियों को झकझोर के रख दिया, जिसमें फिल्‍म इंडस्‍ट्री के लोगों से लेकर उनके फैंस शामिल हैं। महामारी के शुरू होने के समय से कई अन्‍य टीवी एक्‍टर्स के आत्‍महत्‍या की खबरें भी सामने आई हैं।

भले ही किसी के आत्‍महत्‍या की खबरें लोगों के लिए झटका बनकर सामने आती है, वहीं ऐसे कुछ संकेत हैं, जिससे आप पता कर सकते हैं कि किसी को सुसाइड का ख्‍याल आता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे संकेत बता रहे हैं, जिससे आप पता कर सकते हैं कि किसी को आत्‍महत्‍या करने के ख्‍याल तो नहीं आ रहे हैं। अगर ऐसा है तो आप उन्‍हें मेडिकल या पेशेवर मदद लेने के लिए प्रोत्‍साहित कर सकते हैं।

  1. अत्‍यधिक उदासी - ज्‍यादा उदासी खराब मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य या मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य विकार जैसे डिप्रेशन (अवसाद) का संकेत है। अगर आपके आस-पास कोई बहुत उदास है और अपनी बात समझा नहीं पा रहा है तो हो सकता है कि वह डिप्रेशन में हो और आत्‍महत्‍या कर सकता है। आप उसे प्रोत्‍साहित करके किसी से बात करने को कह सकते हैं या फिर चिकित्‍सीय मदद लेने की सलाह दे सकते हैं। अगर वो आपसे बात करने में सहज नहीं है, तो उसके किसी करीबी को बताएं कि वह मुश्किल दौर से गुजर रहा है और अन्‍य लोग उससे जाकर बात करें।
  2. मूडीनेस (अपने हिसाब से सबकुछ करना) - जो लोग आत्‍महत्‍या करने की प्रवृत्ति रखते हैं, वो अपनी भावनाएं छिपाने की कोशिश करते हैं, जो अन्‍य लोगों को महसूस कराती है कि यह सबकुछ अपने मूड के हिसाब से करना सही समझते हैं। अगर आप किसी ऐसे व्‍यक्ति को जानते हैं, जो बहुत ज्‍यादा मूडी होता हो, तो समझिए कि उसे बात करने की जरूरत है या फिर ये जानने की कोशिश करें कि उसके दिमाग में क्‍या चल रहा है।
  3. नींद की परेशानी - अनिद्रा, या हाइपर्सोमनिया जैसी नींद की समस्याएं दोनों चरम हैं और खराब मानसिक स्वास्थ्य, या आत्महत्या की प्रवृत्ति के संकेत हो सकते हैं। अगर कोई अपने दिमाग पर नियंत्रण नहीं कर पाता तो फिर नींद आना मुश्किल हो जाता है। नींद की समस्‍या लॉकडाउन में आम है, जो कि महामारी या मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के प्रभाव का एक और संकेत है।
  4. खुद को दूर करना - दुनिया से खुद को अलग करना। लोगों से मिलनसारिता, व्‍यवहारिकता, काम, परिवार से दूरी बनाना आदि, भी किसी के आत्‍महत्‍या की प्रवृत्ति के संकेत हो सकते हैं। यह तब होता है जब‍ कोई महसूस करता है कि दुनिया में कुछ नहीं बचा या फिर उनके जीने का कोई मकसद नहीं है। ऐसे में वह सभी गतिविधियों से खुद को दूर करते हैं, वह उनसे भी दूरी बनाना शुरू कर देते हैं, जो एक समय उन्‍हें सबसे ज्‍यादा पसंद रही हो।
  5. तैयारी करना - यह आखिरी में से एक संकेत है। उन लोगों के पास निजी संपत्ति देना जो उन्हें प्यार करते हैं, महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करना, अपनी संपत्ति बेचना आदि, ऐसी तैयारी है जो कुछ लोग दुर्भाग्यपूर्ण कदम उठाने से पहले करते हैं। यदि आप किसी को जल्दबाजी में, अन्य संकेतों के साथ ऐसी तैयारी करते हुए देखते हैं, तो इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

डिस्‍क्‍लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।

अगली खबर