वैक्सीनेशन की कमी के चलते कई राज्यों में टीकाकरण की गति धीमी हो गई है। ऐसे में जो लोग वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं और दूसरी डोज लेने में देरी हो रही है, उन्हें अधिक चिंतित नहीं होना चाहिए। विशेषज्ञों द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी डोज ना मिलने या दूसरी डोज में देरी होने से वैक्सीन की पहली डोज खराब नहीं जाती है।
वहीं हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के बीच समय अंतराल जितना ज्यादा होता है वैक्सीन उतनी अधिक कारगार होती है। ऐसे में यदि वैक्सीन की दूसरी डोज लेने में देरी हो जाती है, तो भी दूसरी डोज अवश्य लें। साथ ही कोरोना के प्रति अहतियात बरतें।