लॉकडाउन में स्वस्थ रहने के लिए इन आसान योगा पोज को करें ट्राई, रहेंगे फिट एंड हेल्दी

हेल्थ
Updated Apr 23, 2020 | 10:41 IST | Ritu Singh

Yoga in lockdown : कई राज्यों में लॉकडाउन बढ़ने के संकेत मिल गए हैं, ऐसे में जरूरी हो गया है कि घर में बैठे अपनी हेल्थ पर विशेष ध्यान दिया है। इसके लिए कुछ आसान से योगा पोज आप रोज ट्राई करें।

Yoga Pose in lockdown, लॉकडाउन में करें ये योगा पाेज ट्राई
Yoga Pose in lockdown, लॉकडाउन में करें ये योगा पाेज ट्राई 
मुख्य बातें
  • लॉकडाउन मे ऐसे योग करें जिससे शरीर की स्ट्रेचिंग हो
  • स्ट्रेचिंग से शरीर और मस्तिष्क दोनों ही रिलेक्स होंगे
  • कुछ आसन आप घर किसी भी वक्त कर सकते हैं

कोविड-19 के चलते लॉकडाउन से घर में रहना अब सेहत भी भारी पड़ने लगा है। एक्सरसाइज न होने से शरीर के हेल्थ पर भी फर्क पड़ने लगा है। फिजिकली एक्टिव न होने से आलस, थकान और तनाव बढ़ना तय है। इसलिए ऐसे समय में योग से बेहतर एक्सरसाइज कोई और नहीं हो सकती। घर पर बैठ कर खाने और सोने के अलावा अब ज्यादा काम नहीं बचा है, इसलिए आपको अपनी हेल्थ पर ध्यान देना जरूरी है। इसके लिए कुछ आसान से योगासन यदि आप रोज करते रहे तो आपका शरीर हेल्दी और फिट भी रहेगा और माइंड भी रिलेक्स होगा।

लॉक के दौरान घर पर ये आसान योगा पोज करें ट्राई

माउंटेन पोज यानी ताड़ासन

माउंटेन पोज सबसे आसान योग अभ्यास में से एक है। सबसे पहले पैर और कमर को सीधा करके खड़े हो जाएं। एड़ियां मिली रहें और दोनों हाथ बगल में सीधे हों। अब हथेलियों को आपस में फंसाकर ऊपर आकाश की ओर उठाएं। अबब धीरे-धीरे सांस लेते हुए पंजों के बल खड़े होते हुए शरीर को ऊपर की ओर खीचें। शरीर तना रहे और आप सामान्य रूप से सांस लेते रहें। शरीर का पूरा भार पंजों पर होगा। अब धीरे-धीरे सांस छोते हुए सामान्य स्थित में आ जाएं।

इस योग के लाभ : ये योगा शरीर के पोश्चर को सही करता है और रीढ़ की हड्डी को भी पोषण प्रदान करता है। साथ ही घुटने, टांग और जांघों को रिलेक्स करता है। शरीर में लचीलापन लाता है और ये मधुमेह के लिए भी बेहतर आसन है।

रेज आर्म पोज यानी हस्त उत्तानासन

हस्त उत्तानासन मुद्रा, सूर्य नमस्कार आसन की श्रृंखला का हिस्सा है। यह सूर्य नमस्कार या सूर्य नमस्कार में दूसरी मुद्रा और 11 वीं मुद्रा होती है। इस आसन को करने के लिए  व्यक्ति को स्थिर और सीधा खड़ा होना पड़ता है। इसके बाद अपने दोनों हाथ हवा में सीधे उठाएं और इसके बाद खुद को पीछे झुकेते हुए हाथ भी पीछे ले जाएं। आसानी से जितना पीछे जा सकते हैं जाएं और कुछ देर उस मुद्रा में रुकें।

इस आसन से मिलने वाले लाभ : इस आसन को करने से डाइजेशन बेहतर होता और साथ ही शरीर को बेहतर तरीके से स्ट्रेच करता है जिससे शरीर रिलेक्स होता है। ये पेट की मसल्स को भी स्ट्रेच करता है। सबसे बड़ा फायदा इस योग को इस समय करने से ये होता है कि ये छाती और रिब्स को एक्सटेंड करता है जिससे ऑक्सीजन का सही इस्तेमाल शरीर कर पाता है। साथ ही फेफडे की क्षमता भी विकसित होती है।

गारलैंड पोज या मलासान

गारलैंड पोज़ वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अपने पैरों को थोड़ा बाहर की ओर खिसकाना पड़ता है, ठिक जैसे कि स्क्वाट करते समय किया जाता है। इसके बाद दोनों हाथ को आपस में मिला लें और पंजो के बल पर बैठ जाएं। मल त्याग की स्थिति की तरह से इस पोज में बैठना होता है।

इस आसन के लाभ : गारलैंड पोज़ कूल्हों और जांघों को खोलता है जिससे कूल्हे के साथ घुटने भी मजबूत होते हैं। जो लोग कुर्सियों में बैठकर बहुत अधिक देर तक काम करते हैं उन्हें कमर से लेकर कूल्हे और घुटने आदि की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे लोगों को ये आसन जरूर करना चाहिए।

लुंज पोज या अंजनेयासन

अंजनेयासन करने के लिए सबसे पहले आप खड़ हो जाएं और एक पैर बाहर को औश्र एक पैर पीछे को ले जाएं। अब आप आधा झुकें और अपने हाथो को ऊपर उठाकर जोड़ लें। अब धीरे धीरे जितना हो सके पीछे की और धीरे धीरे झुके। दो से तीन मिनट तक इस मुद्रा में रहे और वापस पुरानी मुद्रा में आ जाएं।

इस आसन से मिलने वाले लाभ : इस आसन से फेफड़े भी मजबूत होते हैं और शरीर डिटॉक्सिफाई होता है। मसल्स मजबूत होते हैं और साइटिका जैसी समस्या दूर होती है। शरीर के दर्द को दूर कर ये दिमाग को रिलेक्स करता है। इससे थाइज, हिप्स और चेस्ट मजबूत होते हैं। साथ ही ये कार्य क्षमता को बढ़ाता है जिससे आपकी एकाग्रता बढ़ती है।

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