Other benefits of Viagra: वियाग्रा का नाम आते ही इसे सेक्स से जोड़ कर देखा जाता है, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि वियाग्रा लेने से सेक्स संतुष्टी ही नहीं मिलती बल्कि कई अन्य बीमारियों के होने की संभावना भी कम हो जाती है। हालांकि इसका प्रयोग बिना डॉक्टरी सलाह के करना फायदे से ज्यादा नुकसादेह हो सकता है। एक रिसर्च में यह सामने आया है कि सेक्स से परे वियाग्रा कई और चीजों पर बेहतर काम करती है।
अमेरिका में हुई इस रिसर्च में पाया गया कि वियाग्रा कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात दे सकती है। इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल और कुछ अन्य गंभीर बीमारियों से भी बचाती है। हालांकि वियाग्रा का मुख्य काम इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को सही करना है।
इसका असर करीब 4 घंटे रहता है। इस चार घंटे में ये केवल इरेक्टाइल डिस्फंक्शन पर ही काम नहीं कर रही होती बल्कि बॉडी की कई अन्य परेशानियों को भी ये सही करने लगती है। हालांकि इसके साइड इफेक्ट भी कम नहीं हैं।
कोलन कैंसर की संभावना को करे कम
अमेरिका के ऑगस्ट यूनिवर्सिटी में हुई इस रिसर्च में दावा किया गया है कि वियाग्रा की रोजाना एक खुराक लेने से कोलोरेक्टल कैंसर यानी कोलन कैंसर की संभावना को कम किया जा सकता है। रिसर्च करने वाले साइंटिस्ट डारेन डी ब्राउनिंग का कहना है कि कई बार आंतों की परत पर कोशिकाओं के गुच्छे (पॉलिप्स) बन जाते हैं। ये गुच्छे कैंसर का रूप ले लेते हैं लेकिन वियाग्रा से ये गुच्छे घटने लगते हैं।
वियाग्रा का यूज उम्र को देख कर करें
जर्नल कैंसर प्रीवेंशन रिसर्च में पब्लिश हुई एक रिसर्च में भी यह कहा गया है कि वियाग्रा का यूज उम्र और शारीरिक जरूरतों के आधार पर अलग-अलग होता है। खास कर इसका यूज अधिक उम्र के लोगों द्वारा होता है लेकिन कई बार ज्यादा उत्तेजना के लिए इसे पुरुष जवानी में भी ले लेते हैं।
हार्ट अटैक के चांस भी करे कम
रिसर्च का दावा है कि वियाग्रा की मामुली सी डोज से भी शरीर में कई बदलाव नजर आने लगते हैं। यहां तक कि जिन लोगों को कभी हार्ट अटैक आया था उन्होंने वियाग्रा लेना शुरू किया तो करीब 33 प्रतिशत तक उनकी मौत की संभावना घट गई।
Also read: बुढ़ापे तक रहना चाहते हैं जवान तो रोज दूध में मिला कर करें इस एक चीज का सेवन
पांच साल के बच्चे के लिए है संजीवनी
एक अन्य जानकारी जो बहुत हैरान करने वाली है वह है एक पांच साल के बच्चे के लिए वियाग्रा किसी संजीवनी से कम नहीं है। स्कॉटलैंड के गलासगो में एक बच्चे के जिंदा रहने का कारण रोज वियाग्रा की चार गोलियां हैं। रियूबेन पैक्सटॉन नाम का एक बच्चा जब पैदा हुआ तब उसका पेट, आंतें और लीवर का एक हिस्सा उसकी छाती के अंदर था। बच्चे के दिल में छेद भी है और उसके फेफड़ों में ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक से नहीं हो पाता है। इस बीमारी में उसे वियाग्रा का सहारा मिला।
रियूबेन को पल्मोनरी हाइपरटेंशन है। वियाग्रा से फेफड़ों की ओर जा रहे ब्लड वेसेल्स को चौड़ा होने में मदद मिलती है और इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। बच्चे को अन्य दवाओं के साथ चार वियाग्रा भी दी जाती है ।
Health News in Hindi के लिए देखें Times Now Hindi का हेल्थ सेक्शन। देश और दुनिया की सभी खबरों की ताजा अपडेट के लिए जुड़िए हमारे FACEBOOK पेज से।