Blood Pressure नापने के दौरान होती है ये गलती, जानिए क्यों बाएं के साथ दाएं हाथ से भी लेनी चाहिए रीडिंग

Blood Pressure Reading: ब्लड प्रेशर की समस्या लोगों के लिए हानिकारक हो सकती है। ब्लड प्रेशर की रीडिंग सही तरीके से लेना जरूरी है। शोध के अनुसार, बाएं हाथ के साथ दाएं हाथ से भी ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेनी चाहिए।

Blood Pressure Reading
Blood Pressure Reading 
मुख्य बातें
  • बाएं हाथ के साथ दाएं हाथ से भी लेनी चाहिए ब्लड प्रेशर की रीडिंग।
  • दोनों हाथों की रीडिंग्स में बड़ा अंतर होना, हृदय रोग, किडनी रोग और डायबिटीज की तरफ होता है इशारा।
  • इस समस्या से राहत पाने के लिए रोजाना करें एक्सरसाइज, खराब आहार के साथ बंद कर दें एल्कोहल का सेवन।

मुंबई. ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत संवेदनशील होती है जिसके लिए सही इलाज करना आवश्यक है। ब्लड प्रेशर की समस्या कई प्रकार के विकार और मौत को बुलावा दे सकती है इसीलिए विशेषज्ञ यह मानते हैं कि ब्लड प्रेशर रीडिंग सही तरीके से लेना चाहिए। अगर आप ब्लड प्रेशर से डायग्नोज किए गए हैं तो आपको नियमित समय पर अपने ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेनी चाहिए। 

सामान्य तौर पर, ब्लड प्रेशर की रीडिंग हम अपने बाएं हाथ से नापते हैं और उसी के अनुसार अपनी रीडिंग नोट करते हैं। मगर कई शोध के अनुसार, यह पता चला है कि ब्लड प्रेशर की रीडिंग सिर्फ बाएं हाथ से नहीं बल्कि दाएं हाथ से भी लेनी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों हाथ से ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेने से कई और बीमारियों का पता चलता है जो पेशेंट्स के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। 

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जानें क्यों लें दोनों हाथों से ब्लड प्रेशर की रीडिंग?
अस्पतालों में भी कई बार ब्लड प्रेशर की रीडिंग बाएं हाथ से ली जाती है मगर कुछ खास केसेज में दाएं हाथ से भी ब्लड प्रेशर रीडिंग ली जाती है। ऐसा इसीलिए क्योंकि दोनों हाथों से ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेने से हृदय संबंधित कुछ बीमारियों का पता लगाया जा सकता है जो ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसीलिए विशेषज्ञों का मानना है कि दाएं और बाएं हाथों से ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेना फायदेमंद है। 

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क्या करें जब दाएं और बाएं हाथ की रीडिंग में फर्क हो?
अगर आपके एक हाथ की रीडिंग हाई नोट की गई है तो आपके डॉक्टर दूसरे मेजरमेंट ले सकते हैं। वहीं, अगर दूसरे हाथ से कम रीडिंग नोट किया गया है तो आपके डॉक्टर coarctation, stenosis और dissection जैसी अन्य परेशानियों के लिए जांच कर सकते हैं। अगर आपके दोनों हाथों की रीडिंग में मरकरी का 10 मिलीमीटर से कम का अंतर है तो वह नॉर्मल है लेकिन, अगर इससे ज्यादा का अंतर है तो यह ह्रदय रोगों की तरफ इशारा कर सकता है। इसके साथ यह पेरीफेरल वैस्कुलर डिजीज, सेरेब्रोवैस्कुलर डिजीज, स्ट्रोक, हृदय और सरकुलेटरी परेशानियों का संकेत भी हो सकता है।

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इन बीमारियों का भी हो सकता है इशारा
अगर आपके दोनों हाथों की रीडिंग्स में बड़ा अंतर है तो यह दोनों हाथों में ब्लॉक्ड नस, कॉग्निटिव डिक्लाइन, डायबिटीज, किडनी रोग और हॉट डिफेक्ट जैसी बीमारियों का भी संकेत हो सकता है। नियमित समय पर दोनों हाथों से ब्लड प्रेशर रीडिंग नोट करना बहुत जरूरी है। ऐसा करने से हम कई तरह के हानिकारक समस्याओं से बच सकते हैं। दोनों हाथों की रीडिंग में बड़े अंतर को ठीक करने के लिए  दैनिक जीवन में कुछ छोटे-छोटे बदलाव करके हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। 

30 मिनट करें एक्सरसाइज
हेल्दी डाइट लेने के साथ आपको हमेशा कम से कम 30 मिनट तक एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। इसके साथ अपना वेट लॉस करने की कोशिश करें और अपने मन को शांत रखें।

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विशेषज्ञों का मानना है कि इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको एल्कोहल और स्मोकिंग को छोड़ना होगा। अगर आप ऐसी दवाइयों का सेवन करते हैं जिनके अंदर pseudoephedrine है तो उसे तुरंत लेना बंद कर दें।

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