प्रेग्नेंसी में होती है कोल्ड ड्रिंक पीने की क्रेविंग, तो मिसकैरेज के साथ झेलना पड़ सकता है ये नुकसान

हेल्थ
Updated Jun 24, 2019 | 16:06 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

प्रेग्नेंसी में मां को अपने खानपान को लेकर बेहद सतर्क रहना होता है। छोटी सी चूक मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकती है। कुछ खास चीजों की क्रेविंग जैसे सॉफ्ट ड्रिंक का प्रेग्नेंसी में त्याग करना जरूरी है।

Cold drink during pregnancy
Cold drink during pregnancy  |  तस्वीर साभार: Getty Images

प्रेग्नेंसी में कई बार कुछ न कुछ खाने की क्रेविंग होती है लेकिन ये क्रेविंग कई बार सेहत के लिहाज से अच्छी नहीं होती। हालांकि क्रेविंग अगर हेल्दी खाने की हो तो कोई बात नहीं लेकिन अगर ऐसी चीजों की क्रेविंग हो जो स्वस्थ रहने पर भी ज्यादा लेना सही नहीं तो निश्चित तौर पर ये मां और शिशु के लिए खतरनाक होगी। ऐसी ही क्रेविंग कई मांओं में होती है प्रेग्नेंसी के दौरान, सॉफ्ट ड्रिंक पीने की। 

ये ऐसी क्रेविंग है जो कई बार मिसकैरिज तक का कारण बन जाती है। प्रेग्नेंसी में कई बार ब्लड शुगर, बीपी या थॉयराइड अपने आप बढ़ जाता है। इतना ही नहीं प्रेग्नेंसी में अगर रोज सॉफ्ट ड्रिक लिया जाए तो शिशु का बॉडी मास इंडेक्स काफी हाई होता है। कोल्ड ड्रिंक केवल मां ही नहीं बच्चे पर भी बहुत बुरे इफेक्ट डालती है। तो आइए जानें सॉफ्ट ड्रिंक पीना क्यों है खतरनाक।

आर्टिफिशियल स्वीटनर और प्रिजर्वेटिव करता है नुकसान

हालांकि किसी भी चीज में अगर आर्टिफिशियल स्वीटनर या प्रिजर्वेटिव हो तो वह नुकसानदायक होता है। प्रेग्नेंसी में ये ज्यादा नुकसानदायक हो जाते हैं और जब इसमें कार्बनडायक्साइड मिल जाती है तो इसके नुकसादायक तत्व और बढ़ जाते हैं। कोल्ड ड्रिंक में आर्टिफिशियल चीज ही होती हैं और कार्बनडायक्साइट जब आर्टिफिशियल स्वीटनर या प्रिजर्वेटिव से मिल जाती है तो खतरे का स्तर बढ़ जाता है। ये मां से ज्यादा शिशु पर ज्यादा बुरा असर डालता है। क्योंकि इसमें कैलोरी तो बहुत होती है लेकिन न्यूट्रीएंटस कुछ भी नहीं।

कैफिन करती है बेहद नुकसान
प्रेग्नेंसी में वैसे तो कैफिन से बच कर रहना जरूरी है लेकिन अगर चाय और कॉफी पीने की आदत है तो रोजाना 200 मिलीग्राम से ज्यादा कैफिन नहीं होनी चाहिए। जबकि कोल्ड ड्रिंक के 500 एमएल में 42.3 एमएल कैफिन होता है, जबकि कैलोरी 203 होती है। ऐसे में अगर रोज अगर तीन से चार कोल्ड ड्रिंक ले ली जाए तो ये सेहत के लिए बेहद खतरनाक होगा।

शिशु के ब्लड सर्कुलेशन को कर देता है कम
केवल कोल्ड ड्रिंक ही नहीं अगर कॉफी भी ज्यादा प्रेग्नेंसी में ली जाए तो वह मां से ज्यादा शिशु के लिए खतरनाक हो सकती है। कैफिन की अधिक मात्रा होने पर प्लेसेंटा से ये शिशु तक जा पहुंचाता है और शिशु का ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ने लगता है। इससे मिसकैरिज का खतरा बढ़ता है।

यूरीन के जरिये निकल जाते हैं मिनिरल्स-विटामिन्स भी
कैफीन जब ज्यादा ली जाती है तो यूरीन भी खूब होती है और इससे शरीर में मौजूद मिनिरल्स और विटामिन्स भी यूरीन के जरिये निकल जाते हैं।

नींद नहीं आने देता
कैफिन अगर शरीर में अधिक हो जाए तो नींद भी अच्छी नहीं आने पाती और नींद प्रेग्नेंसी में किसी दवा से कम नहीं। अच्छी नींद मां क लिए ही नहीं शिशु के बेहतर विकास के लिए भी जरूरी होती है।

तो कैफिन छोड़ इन्हें लेना करें शुरू
जब भी आपको कैफिन की तलब हो आप कुछ दूसरे ड्रिंक्स लें, जो सेहत के लिए अच्छे हो और शरीर को भी डिटॉकस करें। नींबू पानी, आम पन्ना, छांछ, दही या लस्सी के साथ ही नारियल पानी खूब पीएं।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।

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