पत्तागोभी खाने से बच्ची के दिमाग में पहुंचे कीड़े के 100 अंडे, इसलिए मानसून में संभल कर खाएं हरी सब्‍जियां

हेल्थ
Updated Aug 26, 2018 | 14:51 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां 8 साल की बच्ची के दिमाग में टेपवर्म के 100 से भी ज्यादा अंडे पाए गये। सब्जियों को ठीक से ना पकाने की वजह से ही ये टेपवर्म पेट में पहुंचे।

Tapeworm in cabbage
Tapeworm in cabbage  |  तस्वीर साभार: Thinkstock

नई दिल्‍ली: यह सच है कि हरी सब्जियां सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है लेकिन अगर आप उन्हें ठीक से उबालकर और सावधानीपूर्वक नहीं खा रहे हैं तो इन सब्जियों से आपको नुकसान भी हो सकता है। दिल्ली में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां 8 साल की बच्ची के दिमाग में टेपवर्म के 100 से भी ज्यादा अंडे पाए गये। 

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम में रहने वाली एक 8 साल की बच्ची को पिछले कई महीनों से तेज सिरदर्द होता था। कई बार दर्द असहनीय भी हो जाता था जिस वजह से उसे दौरे भी पड़ने शुरु हो गये। ऐसे में उसके माता पिता ने दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में जाकर डॉक्टरों से संपर्क किया। 

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शुरूआती जांच में पता चला कि मस्तिष्क में कुछ गांठे (सिस्ट) मौजूद हैं और मौजूदा लक्षणों के आधार पर डॉक्टरों को लगा कि बच्ची न्यूरोसिस्टीसरकोसिस बीमारी से पीड़ित है। यहां तक की सूजन और दर्द को कम करने की दवाइयां भी दी जाने लगीं। 

इन दवाइयों का कोई असर नहीं हुआ साथ ही बच्ची का दर्द और दौरे पहले से ज्यादा बढ़ गए और समस्या इतनी गंभीर हो गयी कि बच्ची को सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी। बाद में डॉक्टरों की टीम ने जब दिमाग का सीटी स्कैन कराया तो पता चला कि दिमाग में 100 से भी ज्यादा टेपवर्म अंडे मौजूद हैं। 

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क्‍या है टेपवर्म यानी फीताकृमि
टेपवर्म (फीताकृमि) दरअसल एक परजीवी है जो सब्जियों और जानवरों में होता है। यह पोषण के लिए दूसरों पर आधारित रहता है। इसकी 5000 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं। 

कैसे करें बचाव : 

  • पत्तागोभी या पालक जैसी हरी सब्जियों को खाने से पहले अच्छे से धुलें और फिर इन्हें देर तक पकाकर ही खाएं, जिससे सारे परजीवी खत्म हो जाएं। 
  • मानसून सीजन में कच्ची सब्जियों के सलाद का सेवन ना करें। 
  • अधपके मीट और मछली का सेवन भी ना करें क्योंकि इनमें भी टेपवर्म अधिक मात्रा में होते हैं। 
  • हमेशा साफ पानी ही पियें अगर घर में फिल्टर नहीं है तो पानी को उबालकर फिर ठंडा करके पियें। ​




    कैसे पहुंचता है पेट तक : प्रदूषित चीजें खाने से और सब्जियों को ठीक से ना पकाने की वजह से ही ये टेपवर्म पेट में पहुंच जाते हैं और फिर खून की नालियों में बहते हुए शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाते हैं। इन कीड़ों का दिमाग में पहुंचना और वहां अंडे देना जानलेवा भी हो सकता है। ​

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