कोविड-19 महामारी के बीच, कई लोग स्वस्थ रहने के लिए अधिक सावधानी बरत रहे हैं। 20 सेकेंड तक हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग इस वायरस को बढ़ने से रोकने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि आपकी इम्यूनिटी सिस्टम भी मजबूत होनी चाहिए, ताकी आप वायरस से लड़ सकें। अगर आपने देखा है कि आप अक्सर बीमार रहते हैं, थकावट महसूस करते हैं या अन्य बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो गई है।
इम्यून सिस्टम शरीर को संक्रमण से बचाता है। ऐसे में कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम वाले व्यक्ति को संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। व्हाइट ब्लड सेल, एंटीबॉडी और अन्य कंपोनेंट्स इम्यूनिटी बनाते हैं। कई विकार इम्यूनिटी सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं, और व्यक्ति बीमार पड़ सकता है। ये विकार हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं, कुछ जन्म से मौजूद होते हैं, जबकि अन्य पर्यावरणीय कारकों से उत्पन्न होते हैं। जिसमें एचआईवी, अलग अलग तरह के कैंसर, कुपोषण,वायरल हेपेटाइटिस इत्यादि शामिल है।
कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति को निमोनिया और अन्य स्थितियों का खतरा अधिक हो सकता है। बैक्टीरिया, वायरस और इसके साथ ही कोविड-19 के संक्रमण आपकी इम्यूनिटी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कि इम्यूनिटी कमजोर होने के लक्षण क्या हैं?
हर वक्त थकान महसूस होना- कई बार बिना कुछ काम किए हर वक्त थकान और सुस्ती महसूस होता है। इसके पीछे कई और वजह भी हो सकते हैं जैसे नींद पूरी ना होना, एनीमिया, तनाव आदि। इसके साथ ही अगर आप अपनी पूरी नींद ले रहे हैं इसके बावजूद थकान महसूस करते हैं तो आपकी इम्यूनिटी पॉवर कमजोर है।
एलर्जी की शिकायत- कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें हर वक्त एलर्जी की शिकायत रहती है। मौसमी बुखार होने के साथ-साथ आंखों में खुजली या फिर खाने की किसी चीज से रिएक्शन हो जाना आदि एक तरह की एलर्जी है। इसके अलावा जोड़ों में दर्द, पेट में परेशानी, स्किन रैशेज आदि जैसी समस्या अक्सर बनी रहती है तो समझ जाएं की आपकी इम्यूनिटी कमजोर है।
बार-बार बीमार पड़ना- मौसम बदलने के साथ-साथ कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें अक्सर सर्दी-जुकाम की समस्या बनी रहती हैं। इस स्थिति में वह अक्सर बीमार पड़ जाते हैं, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी मजबूत नहीं होती है। इम्यूनिटी आपको संक्रमण से बचाता है, ऐसे में अगर आपको मुंह में छाले, यूरिन इंफेक्शन, जुकाम या फ्लू जैसी समस्या अक्सर रहती है तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
खराब पाचन शक्ति- पाचन क्रिया में गड़बड़ी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। खराब पाचन होने की वजह से दस्त, अल्सर, ऐंठन जैसी समस्या बनी रहती हैं, वहीं अगर यह समस्या लगातार बनी रहे तो इसका मतलब है कि आपकी इम्यूनिटी सही नही है। प्रोबायोटिक्स, लैक्टोबैसिलस और बिफीडो जैसे बैक्टीरियल अच्छे होते हैं जो आंत की रक्षा करते हैं और उन्हें संक्रमण से बचाते हैं। इनमें कमी होने पर इम्यूनिटी पर असर पड़ सकता है।
घाव भरने में समय लगना- अगर आपके शरीर के किसी हिस्से में घाव हो गया है और उसे भरने में समय लग रहा है तो यह संकेत है कि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है। ज्यादातर घाव कुछ दिन में सही हो जाते हैं, लेकिन कुछ काफी समय बाद ठीक होते हैं। ठीक इसी तरह सर्दी-जुकाम में भी है। अगर आपको अधिक समय से सर्दी-जुकाम है तो हो सकता है कि शरीर संक्रमण से लड़ नी पा रहा हो।