वेट लॉस की सबसे बड़ी गलतफहमियां, क्या भूखे रहने से कम होता है वजन? जानिए क्या है सच

हेल्थ
Updated Feb 22, 2019 | 11:56 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Weight loss tips and myths: वजन कम करना या मोटापा घटाना इसके लिए आपको जानकार की सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसे लेकर कई लोग काफी गलतफहमियां भी होती है जिन्हें दूर करना बेहद जरूरी है।

Weight loss tips and myths
मोटापा कम करने को लेकर लोगों को जेहन में कई तरह की गलतफहमियां होती है।   |  तस्वीर साभार: Thinkstock

नई दिल्ली: वजन घटाते वक्त कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी होती है। कई लोग तरह तरह की भ्रांतियां पाल लेते है। इसलिए जब भी आप वेट लॉस को लेकर कोई भी चीज शुरू कर रहे हो तो आपको जानकार की सलाह जरूर लेनी चाहिए। कई लोग ऐसा सोचते हैं कि रोजाना घंटों तक हैवी एक्सरसाइज करने पर वजन जल्दी घटेगा या फिर आप दिन में एक बार खाना खाने पर फैट तेजी से घटेगा। ऐसे ही ढेरों गलतफहमियां आपके दिमाग में होती हैं, जो आपके गलत दिशा में लेकर जाती हैं और परिणाम विपरीत होता है। अंत में आपको निराशा ही हाथ लगती है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही मिथ या फिर गलफहमियों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में जानना और उन्हें सुधारना आपके लिए बेहद जरूरी होता है।

घंटों कसरत से कम होता है वजन

यह सबसे बड़ी गलतफहमी है। सामान्यतः चाहे आप फैट लॉस या मसल्स बिल्डिंग कर रहे हैं,दोनों ही परिस्थितियों में आपको घंटों-घंटों तक एक्सरसाइज करने की जरूरत नहीं है। आपको रोजाना दोनों ही प्लान में 45-50 मिनट से ज्यादा एक्सरसाइज बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। इसके पीछे वैज्ञानिक तर्क यह है कि जब शुरुआती 5-7 मिनट आपको वॉर्मअप करने में लगाने हैं। अगर आप 6-7 मिनट से ज्यादा वॉर्मअप करते हैं, तो आपकी बॉडी एरोबिक जोन में चली जाती है, जिसमें आपका कार्डियोवस्क्युलर सिस्टम एक्टिव हो जाता है। इसकी वजह से आपकी मसल्स, लिवर और खून में इक्कट्ठा कार्बोहाइड्रेट एनर्जी के तौर पर बर्न नहीं होता। अगर आप वेट ट्रेनिंग के बाद 15-20 मिनट कार्डियो एक्सरसाइज करते हैं, तो आपकी बॉडी में एनर्जी के तौर पर सिर्फ फैट ही बचता है। अगर इस दौरान आप कार्डियो करते हैं, तो आपकी बॉडी फैट को एनर्जी सोर्स के तौर पर बर्न करना शुरू कर देती है। इससे आपको फैट लॉस या वजन कम करने में अच्छे नतीजे मिलते हैं।

कार्ब्स खाने से बढ़ता है वजन

कुछ हद तक यह तर्क सही है, लेकिन आपकी बॉडी के लिए कार्बोहाइड्रेट बेहद ही जरूरी है। आपका इस बात का ध्यान रखना है कि आप जो कार्ब्स खा रहे हैं, वह गुड कार्ब्स हैं या बैड कार्ब्स। सबसे पहले आपको बैड कार्ब्स की जगह गुड कार्ब्स को खाने में शामिल करने की जरूरत है। इससे उतनी जल्दी वजन नहीं बढ़ता, जितना जल्दी बैड कार्ब्स से बढ़ता है। आपको गुड कार्ब्स को संतुलित मात्रा में लेना चाहिए, जिससे यह आपकी बॉडी में फैट न बढ़ाए। अगर आप एक्सरसाइज और कार्ब्स को बैलेंस करके चलते हैं तो यह और भी बेहतर होगा जो आपके वेट लॉस प्लान में काफी सहायक होगा।

रोजाना कार्डियो करने से फैट लॉस होगा?

अगर आप रोजाना कार्डियो एक्सरसाइज करते हैं, तो यह आपकी सेहत पर कोई गलत असर नहीं डालेगी। लेकिन इससे वजन नहीं कम होगा। इसकी वजह हम आपको पहले ही ऊपर बता चुके हैं। अगर आपकी बॉडी में जबतक ब्लड, लिवर और मसल्स में इक्कट्ठा कार्बोहाइड्रेट एनर्जी के तौर पर बर्न नहीं होता, तब तक आपकी बॉडी फैट बर्न करना शुरू नहीं करती है। अगर आप इसे वेट ट्रेनिंग के साथ जोड़ते करते हैं, तो आपको जादुई परिणाम देखने को मिलेंगे। आपकी फैट लॉस प्लान में सबसे बेहतर होगा कि आप हफ्ते में 2 दिन ही कार्डियो करें। अगर आप रोजाना वेट ट्रेनिंग के बाद कार्डियो एक्सरसाइज में 10-15 मिनट खर्च करते हैं, तो भी आपको बेहतर नतीजे मिलेंगे।

भूखा रहने से फैट लॉस होगा?

आपकी जिंदगी की यह सबसे बड़ी गलती होती है, जिसमें आप यह समझ बैठते हैं कि भूखा रहने से तेजी से वजन कम या फैट लॉस होता है। आज की भाषा में इसे क्रैश डाइट प्लान भी कहा जाता है। कई परिस्थितियों में इससे मोटापा बढ़ने की ज्यादा संभावना रहती है, जो लंबे समय तक कम नहीं होता। क्रैश डाइट का सबसे बड़ा नुकसान होता है, कि आपकी बॉडी को संतुलित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते। आपकी बॉडी के लिए यह पोषक बेहद ही जरूरी होते हैं। क्रैश डाइट प्लान फॉलो करते वक्त आप जरूरत से ज्यादा कार्ब्स/ हाई फैट वाला खाना खाते हैं, जिनमें ज्यादा कैलोरी होती हैं। नतीजतन आपका वजन घटने के बजाय बढ़ने लगता है। इसलिए भूखे रहने से वजन कम होने का कोई ताल्लुक नहीं है। शरीर को एक निश्चित अंतराल पर भोजन की जरूरत होती है और उसे नहीं मिलने पर शरीर की सेहत को नुकसान पहुंचता है। इसलिए ये तर्क बेतुका है कि आप भोजन कम कर देंगे या नहीं खाएंगे तो आपके शरीर की चर्बी कम हो जाएगी। 

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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