Neuro Endocrine से जूझ रहे हैं एक्टर इरफान खान, जानिए इसके बारे में सब-कुछ

हेल्थ
Updated Mar 16, 2018 | 16:13 IST | Shivam Pandey

इरफान खान को न्यूरो एंडोक्राइन डाइग्‍नोज हुआ है।  इसके इलाज के ल‍िए इरफान खान व‍िदेश जाएंगे। ये बीमारी बहुत ही कम लोगों को होती है। जानिए इस बीमारी की हर एक डिटेल...

इरफान खान   |  तस्वीर साभार: Instagram

नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्टर इरफान खान की बीमारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे।  इरफान खान ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट कर बताया था कि वो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। अब उन्होंने खुद अपनी बीमारी का खुलासा किया है। इरफान खान को न्यूरो एंडोक्राइन डाइग्‍नोज हुआ है। इसके इलाज के ल‍िए इरफान खान व‍िदेश जाएंगे। ये बीमारी बहुत ही कम लोगों को होती है। 

एंडोक्राइन ट्यूमर शरीर की उन कोशिकाओं में होता है जो एंडोक्राइन हार्मोन रिलीज करती है। एंडोक्राइन ट्यूमर कैंसर का रूप भी ले सकता है। यदि ये कही से भी हो सकता है और कैंसर का रूप लेता है। Times Now Hindi से बातचीत में राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर सुमित गोयल ने बताया इसके कई ग्रेड होते हैं। ग्रेड एक और दो नॉर्मल है। वहीं, ग्रेड तीन सबसे खराब है। इस ग्रेड में ये कैंसर का रूप ले लेता है। यदि ग्रेड तीन का ट्यूमर है तो इसके लिए कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। ये ट्यूमर केवल दिमाग में ही नहीं बल्कि फेफड़े, पेट,पेनक्रियाज और आंतों तक में हो सकता है। 

 
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ये है न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर के लक्षण
डॉक्टर गोयल के मुताबिक न्यूरो एंडोक्राइन के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि ये किस शरीर के किस भाग में हो रहा है और कहां तक फैला है। इसके अलावा ट्यूमर फंक्शनल है या नॉन फंक्शनल है इस पर निर्भर होता है। डॉक्टर गोयल के मुताबिक हमारे पास न्यूरो एंडोक्राइन के कई ऐसे मरीज हैं जो बीमारी के बावजूद कई साल से जी रहे हैं। वही, ग्रेड तीन में ये ट्यूमर जानलेवा हो जाता है। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि इरफान खान को किस ग्रेड का ट्यूमर है।

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इस नए ईलाज को मिली मंजूरी 

न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर के इलाज के लिए हाल ही में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने एक नए ट्रीटमेंट को भी मान्यता दी है। एफडीए ने एक रेडियोएक्टिव दवा को मंजूरी दी है, जिससे मरीज की जिंदगी बचाई जा सकती है। बताया जा रहा है कि इस नए ट्रीटमेंट का नाम Lutathera है, जो कि पहली रेडियोएक्टिव दवा है, जिसे इस ट्यूमर के लिए मंजूरी दी गई है। वहीं, आंकड़ों की मानें तो एक लाख में सिर्फ पांच लोगों को ही ये बीमारी हो सकती है।

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क्या लिखा इरफान खान ने 
इरफान ने ट्वीट कर लिखा- जिंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है जो आपको आगे लेकर जाती है। मेरी जिंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। मुझे न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है। लेकिन मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताकत ने मुझमें उम्मीद जगाई है।

उन्होंने आगे लिखा, इसके इलाज के लिए मैं विदेश जा रहा हूं। मेरी सभी से प्रार्थना है कि वे मेरे लिए कामनाएं करते रहें। मेरी बीमारी को लेकर न्यूरो की जो अफवाह फैलाई जा रही है, इसके लिए बता दूं कि न्यूरो हमेशा दिमाग के लिए नहीं होता। जिन लोगों ने मेरे बयान का इंतजार किया, मुझे उम्मीद है कि मैं फिर से और स्टोरी लेकर वापस आऊंगा।

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