नई दिल्ली: पिछले दिनों हुए एक सर्वे में पाया गया कि भारत में डिप्रेशन के मरीज सबसे ज्यादा हैं। लेकिन हमारे यहां इस समस्या को आज भी नकारा जाता है या फिर इसे अच्छी नजर से नहीं देखा जाता है।
लेकिन आपके आसपास अगर कोई डिप्रेशन का मरीज है या आप खुद इससे जूझ रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखकर चलें। खुद को हीन समझने की बजाय इन बातों पर गौर करें -
परिवार और दोस्तों के करीब रहें
परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना, यह डिप्रेशन से लड़ने के लिए बेस्ट मेडिसिन है। अपनों के साथ रहने से आप सिक्योर फील करेंगे और इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगी। चाहें तो थोड़े गैप में छुट्टियां बिताने भी जा सकते हैं। इससे आपका मूड फ्रेश रहेगा और नेगेटिव विचार आपसे दूर रहेंगे।
खुल कर बात करो
अपने परिवार या फिर जो भी आप के सबसे ज्यादा करीब हैं, और आपको लगता है कि वे आपकी बात समझ सकते हैं - उनसे अपने मन की बात खुल कर करें। इससे आपका मन हल्का होगा और खुद को मजबूत महसूस करेंगे।
फिजूल की दवाइयां न लें
खुद को दवाइयों से दूर रखें। जितनी डॉक्टर ने बताई हो, बस उतनी ही डोज लें। डिप्रेशन से लड़ने के लिए बिना किसी डॉक्टर की सलाह के ड्रग्स या मेडिसिन लेने के खतरनाक साइड इफेक्ट होते हैं।
सोशल सर्विस
कहते हैं कि दूसरों का दुख देखकर हम अक्सर अपने गम भूल जाते हैं। अगर आप डिप्रेशन से परेशान हैं तो बेहतर होगा कि खुद को सोशल सर्विस में व्यस्त कर लें। आपकी वजह से जब दूसरों के चेहरे पर मुस्कन आएगी तो आप खुद ब खुद अपना दुख भूलते जाएंगे।
मोटिवेशनल किताबें पढ़ें
जब भी आप कमजोर या दुखी महसूस करें, तो अपना ध्यान मोटिवेशनल किताबें पढ़ने में लगाएं। आप इस मिजाज के गाने भी सुन सकते हैं या वीडियोज भी दे सकते हैं। ऐसा करने से आपको आगे बढ़ने की एनर्जी मिलेगी।