नई दिल्ली: जीका वायरस एक खास तरह के मच्छर के काटने से होता है। इस प्रकार के मच्छर दिन में सक्रिय होते है। यह एक तरह से एडीज मच्छर ही होता है। मच्छरों से पैदा हुए जीका वायरस रोग के लक्षण अन्य वायरल संक्रमण जैसे डेंगू की तरह ही होते हैं। इसके लक्षणों में बुखार, त्वचा पर चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द सिरदर्द आदि शामिल हैं।
देश में पहली बार यह बीमारी जनवरी-फरवरी 2017 में अहमदाबाद में फैली। दूसरी बार 2017 में यह बीमारी तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में पाई गई। दोनों ही मामलों में सघन निगरानी और मच्छर प्रबंधन के जरिए इस पर काबू पा लिया गया। इस बार भी यह बीमारी राजस्थान के जयपुर में कुछ लोगों में होने की पुष्टि हुई है।
गौर हो कि अभी तक जीका वायरस से निपटने के लिए कोई वैक्सीन या दवा नहीं बनी है। इसलिए वर्तमान में हर हाल में मच्छरों के काटने से बचना ही एकमात्र उपाय है। यानी आपको किसी भी वायरस वाले मच्छरों के काटने से खुद को बचाना है।
जीका वायरस कैसे फैलता है?
इस बीमारी के लक्षण
जीका वायरस से बचने के लिए क्या करना चाहिए?