क्या डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं आम? जानें क्‍या कहते हैं एक्‍सपर्ट

हेल्थ
Updated May 22, 2019 | 10:59 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

आम की खुशबू और मिठास के आगे इसे खाने से खुद रोकना बहुत मुश्किल होता है। खास कर डायबिटीज पेशंट्स को, लेकिन कुछ नियमों का पालन करते हुए आप भी आसानी से आम खा सकते हैं।

Fruits for diabetes patients  |  तस्वीर साभार: Getty Images

गर्मी का सीजन आते ही आम खाने का बेसब्री से इंतजार रहता है लेकिन इसके ठीक उल्टे उन लोगों के लिए ये दिन किसी सजा से कम नहीं जिन्हें डायबिटीज है। आम की मिठास और खुशबू को सूंघ कर ही इन्हें काम चलाना पड़ता है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो अपनी सोच में बदलाव लाएं। आम डायबिटीज पेशंट्स भी खा सकते हैं लेकिन इसे खाने से पहले कुछ तरीकों को जान लेना बहुत जरूरी होगा। आम खाने के तरीकों को जान कर वह भी आम खाने की अपनी तमन्ना को पूरा कर सकते हैं।

हालांकि ये बात सही है कि आम लोगों की तरह उनको आम खाने की छूट उतनी नहीं होगी लेकिन यह भी सही है कि अगर वह नियम का पालन करते हुए इसे खाएं तो इनको आम के लिए तरसना नहीं पड़ेगा। तो आइए जानें की डायबिटीज पेशंट्स कैसे आम खा सकते हैं और उन्हें किन तरीको या नियम का पालन करना होगा।

इस तरीके से खाएं आम तो नहीं करेगा नुकसान

  • रेशेदार आम को ही खाएं क्योंकि आम में रेशा होगा तो इसका शुगर तुरंत ब्लड में नहीं घुलेगा।
  • मैंगो शेक या आमरस बिलकुल न खाएं क्योंकि ये खाते ही शुगर में कर्वट हो जाएगा। वैसे भी अब आम मैंगो शेक लेंगे उसमें एक्ट्रा चीनी डाली जाएगी। इसलिए नेचुरल आम खाएं।
  • आम खाने से पहले अपने शुगर लेवल को जरूर चेक कर लें। अगर शुगर का स्तर कम है तो आप एक आम खा सकते हैं लेकिन याद रखें पूरे दिन में एक आम से अधिक न खाएं।
  • आम खाने की जब भी इच्छा हो उस आम को खाएं जो पूरी तरह से तो नहीं लेकिन हल्का पका हो। यानी उसमें कड़ापन नजर आता रहे ताकि उसमें शुगर की मात्रा कम हो।
  • आम का पन्ना आम पी सकते हैं क्योंकि ये कच्चे आम का बनता है लेकिन यहां भी याद रखें इस पन्ने में चीनी का उपयोग न हो। पन्ने में पुदीना, जीरा, काला नमक आदि डाल कर बनाएं।
  • आम को कभी रात में न खाएं। कोशिश करें आम ब्रेकफास्ट के बाद या लंच में लें। इसके बाद आप कुछ देर तक टहलें ताकि शुगर आसानी से ब्लड में डिजॉल्व न हो।
  • जब भी आम खाएं उसके बाद आप जामुन के बीज का पाउडर भी लें ताकि वह आम के शुगर को ब्लड में घुलने पर कंट्रोल कर सके।
  • आम जब भी खाएं उसके साथ कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट न लें। सलाद या अधिक रफेज वाली डाइट लें।
  • जब भी आम खाएं आधा ही खांए। पूरा आम खाने का प्रयास न करें।

अगर आप आम खाने से खुद को न रोक पाएं तो कोशिश करें जहां आम खाया जा रहा वहां से हट जाएं या उपरोक्त नियमों को पालन करते हुए कभी-कभी खाएं।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

अगली खबर