खाना स्किप करने की आदत बढ़ा सकता है ब्लड शुगर, टाइप टू डायबिटीज को ऐसे करें कंट्रोल

हेल्थ
Updated Sep 24, 2019 | 11:50 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

डायबिटीज को खुद से मेनेज करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और ये केवल हेल्दी खानपान और एक्सरसाइज के जरिये किया जा सकता है। कुछ लोग ऐसा सोचते हैं कि खाना स्किप कर ब्लड शुगर कंट्रोल कर सकते हैं, लेकिन ये गलत है।

Skipping meals
Skipping meals   |  तस्वीर साभार: Getty Images
मुख्य बातें
  • मधुमेह में खरनाक होता बार-बार खाना छोड़ना
  • डायबिटीज का कारण बन सकता है खाना स्किप करना
  • हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज से कंट्रोल होता है डायबिटीज

टाइप टू डायबिटीज से दुनिया भर में लाखों लोग पीड़ित हैं और ये डायबिटीज ज्यादा खतरनाक होती है, लेकिन यदि सही खानपान और एक्सरसाइज रुटीन का रोज फॉलो किया जाए तो इस बीमारी को

कंट्रोल में रखा जा सकता है। कई बार लोगों को ये लगता है कि खाने के कारण ही उनका ब्लडशुगर बढ़ता है और ऐसा सोच कर वह अपना खाना बार-बार स्किप करने लगते हैं, लेकिन ऐसा करके वह यह नहीं जानते कि इससे उनका बल्ड शुगर कम की जगह बढ़ने लगता है। इसलिए आपको यह जानना जरूरी है कि यदि आप बार-बार खाना स्किप करते हैं इसका आपके टाइप टू डायबिटीज पर क्या असर पड़ता है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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मिथक है खाना छोड़ कर ब्लड शुगर कम करना

डायबिटीज कंट्रोल करने को लेकर इंटरनेट पर एक नहीं तमाम विकल्प या उपाय दिए रहते हैं। डायबिटीक को खुद से कैसे कंट्रोल किया जाए इसका अनेक परिणाम देखने को मिलता है। इस में से एक होता है खाने को स्किप करना भी। डायबिटीज को लेकर कई मिथक इंटरनेट पर मौजूद हैं और इन मिथक की सच्चाई को समझ कर इनसे दूरी बनाना जरूरी है। इस मिथक के कारण लोग खाना स्किप करते हैं कि इससे उनका ब्लडशुगर कम होगा, जबकि यह बिलकुल गलत है।

खाना छोड़ना डायबिटीज कंट्रोल करने का एक सही तरीका नहीं है। चाहे आपको डायबिटीज हो या न हो आपको खाना स्किप करना कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। ऐसा करके आप कमजोरी, थकान और अल्पपोषण के शिकार होने लगते हैं। इतना ही नहीं कुछ बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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खाना छोड़ने पर लिवर ज्यादा शुगर प्रोड्यूज करता है

जब आपका शरीर उपवास मोड में होता है तो नींद के कारण या क्योंकि आप खाना नहीं खा रहे होते इसलिए शरीर को अतिरिक्त उर्जा की जरूरत होती है। यह कमी शरीर लिवर द्वारा सेक्रीट होने वाले ग्लुकोज से पूरा करता है। टाइप टू डायबिटीज में जब आप ये सोच कर खाना छोड़ देते हैं कि आपका इससे ब्लडशुगर कम होगा तब लिवर से ग्लूकोज ज्यादा प्रोड्यूज होने लगता है। इसके पीछे यही वजह होती है कि लिवर को यह महसूस नहीं होता कि ब्लड में पहले से शकर्रा और उर्जा के लिए ग्लूकोज मौजूद है। लिवर खान न मिलने पर दोगुना ग्लूकोज प्रोड्यूज करता है।

हो सकता है हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा

डायबिटीज की दवा के साथ अगर आप खाना स्किप करते हैं तो इससे कंबाइंड ब्लड में शर्करा का असंतुलन हो सकता है और हाइपोग्लाइसीमिया या लो ब्लडशुगर की दिक्कत सामने आ सकती है। डायबिटीज के लिए दवा में इंसुलिन शॉट्स, पंप या दवाएं शामिल होती हैं जो शरीर द्वारा उत्पादित इंसुलिन के उत्पादन और उपयोग को उत्तेजित करती हैं। जब ये

दवाएं अपना काम करती हैं, तो आपका ब्लड शुगर का स्तर सामान्य हो जाता है। इसलिए जब आप भोजन करना छोड़ देते हैं तो आपके ब्लड शुगर का स्तर बहुत कम हो सकता है। लो ब्लड शुगर का स्तर आपके वर्कआउट रुटीन में हस्तक्षेप करने लगते हैं जो डायबिटीज के सेल्फ-मैनेजमेंट का प्रमुख घटक है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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खाना स्किप करना डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा देता है। खाना स्किप करने से क्रेविंग होती है, जिससे वेट बढ़ने लगता है। अत्यधिक वेट बढ़ने से और खाने के अनियमित तरीके कारण टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ने लगता है। इसलिए याद रखें कि

खाना पूरी तरह से छोड़ देने के बाद भी आपका ब्लड शुगर कम नहीं होगा। आपका ब्लड शुगर सही खानपान के तरीके और हेल्दी फूड से हो सकता है। वहीं ओवर ईटिंग की आदत अगर आपमें नहीं है तो अपने आप आपका शुगर कंट्रोल में रहेगा। यदि आप प्रॉपर एक्सरसाइज कर रहे हैं और सिमित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स ले रहे तो आपके शरीर को ऊर्जा मिलती रहेगी और आपका लिवर अधिक ग्लूकोज प्रोड्यूज नहीं करेगा।

इसलिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड का चयन करें जो पेट लंबे समय तक भरा रखेंगे और ब्लड में ग्लूकोज को देरी से पहुंचाएंगे। खाना छोड़ना डायबिटीज के साथ मेटाबॉलिक सिंड्रोम का कारण भी बन सकता है, इसलिए सही खानपान और एक्सरसाइज से अपने हेल्थ को सही रखें।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।

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