अजय मिश्रा टेनी ब्‍लैकमेलिंग केस : चकमा देने को आरोपी अपनाते थे ये पैंतरा, विदेशी एजेंसियों की मदद से हुई गिरफ्तारी

देश
मोहित ओम
मोहित ओम | Senior correspondent
Updated Dec 24, 2021 | 17:25 IST

केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को फोन कॉल के जरिये ब्‍लैकमेल करने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इसमें विदेशी एजेंसियों की भी मदद लेनी पड़ी। ये पकड़ में न आएं, इसके लिए उस जगह से कॉल करते थे, जहां दिल्‍ली और नोएडा दोनों मोबाइल टावर के सिग्‍नल कैच करते थे।

अजय मिश्रा टेनी ब्‍लैकमेलिंग केस : चकमा देने को आरोपी अपनाते थे ये पैंतरा, विदेशी एजेंसियों की मदद से हुई गिरफ्तारी
अजय मिश्रा टेनी ब्‍लैकमेलिंग केस : चकमा देने को आरोपी अपनाते थे ये पैंतरा, विदेशी एजेंसियों की मदद से हुई गिरफ्तारी 

नई दिल्‍ली : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को ब्लैकमेल करने वाले पांचों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। पुलिस ने विदेशी एजेंसियों की भी मदद ली। ये आरोपी लखीमपुर हिंसा के कुछ अहम वीडियो फुटेज होने का दावा कर रहे थे और इनके आधार पर ही मंत्री को ब्लैकमेल कर रहे थे।

अजय मिश्रा टेनी को ब्लैक मेल करने वाले पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करने में दिल्ली पुलिस ने दो विदेशी एजेंसियों की भी मदद ली। ये एजेंसियां अमेरिका और रोमानिया की हैं। पुलिस ने अदालत के सामने यह दावा किया कि इन पांचों ने 17 दिसंबर से लेकर 23 दिसंबर तक अजय मिश्रा टेनी को कम से कम 30 से 40 बार धमकी भरे कॉल किए और 2 करोड़ रुपये की मांग की। पुलिस इनके एक और फरार साथी की तलाश कर रही है।

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को आया धमकीभरा फोन, पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार

कॉल सेंटर चलाते हैं 2 मास्‍टरमाइंड

आरोप‍ियों के पास से कॉल के लिए इस्तेमाल की गई डिवाइस भी बरामद कर ली गई है। इन पांच आरोपियों के रोल अलग-अलग थे। इनका मास्टरमाइंड कबीर और अमित है, जो दिल्ली में एक कॉल सेंटर चलाता था। इनका एक साथी प्रभात अभी फरार है, जिसकी तलाश दिल्ली पुलिस कर रही है।

Year Ender 2021: लखीमपुर खीरी हिंसा, बेटा जेल में गृह राज्यमंत्री पिता अजय मिश्रा मुश्किल में

गिरफ्तार अश्वनी IT एक्सपर्ट है, जो गूगल सर्च कर डिटेल्स निकालता था और फिर उन्हें VOIP कॉलिंग के लिए इस्‍तेमाल करता था। स्काई लाइट नामक एप से नंबर फ्लैश करता था। कुल कॉल्स का 15% निशांत नाम के आरोपी ने किए और 85% कॉल्स अमित काला नाम के दूसरे आरोपी ने किए।

चकमा देने को अपनाते थे ये पैंतरा

कॉल करने के लिए ये लोग नोएडा सेक्टर 15 के पार्क में आकर कॉल करते थे, क्योंकि यहां दिल्ली और नोएडा दोनों मोबाइल टावर के सिग्नल कैच करते थे। पुलिस ने अभी तक इनके पास से कॉल करने वाली डिवाइस बरामद कर ली है और पुलिस का कहना है अभी इनके एक और साथी को गिरफ्तार करना है, जिसके लिए कोर्ट से 4 दिन की रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने पांचों आरोपियों को 3 दिन की रिमांड पर भेजा है।
 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर